झारखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही कई जिलों में मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। लगातार हो रही तेज बारिश से निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। राजधानी रांची से लेकर औद्योगिक शहर जमशेदपुर तक बारिश का असर व्यापक रूप से दिखाई दे रहा है। कई सड़कें जलभराव के कारण तालाब जैसी हो गई हैं, वहीं नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। अब हालात ऐसे बन गए हैं कि बारिश का पानी लोगों के घरों में घुसने लगा है।
जमशेदपुर में स्कूल में घुसा पानी, छात्रावास में फंसे 162 बच्चे
बारिश के कहर का सबसे भयावह दृश्य जमशेदपुर के पोटका प्रखंड अंतर्गत कोवली थाना क्षेत्र में सामने आया। यहां गुदरा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से पास स्थित लव-कुश आवासीय विद्यालय में पानी घुस गया। शनिवार रात से हो रही बारिश के कारण विद्यालय परिसर जलमग्न हो गया, जिसमें छात्रावास में रह रहे 162 छात्र और स्टाफ सदस्य फंस गए।
स्कूल की छत पर चढ़कर बचाई जान, रातभर चला रेस्क्यू अभियान
विद्यालय में पानी भरते ही छात्र जान बचाने के लिए छत पर चढ़ गए। सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और पूर्वी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त के निर्देश पर कोवली थाना प्रभारी के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से रस्सियों और छोटी नावों के सहारे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिसके बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
जून महीने में रिकॉर्ड बारिश, कई जिलों में अलर्ट जारी
राज्य में इस साल जून में बीते एक दशक की सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, हर साल 30 जून तक राज्य में औसतन 189 मिमी वर्षा होती है, लेकिन इस बार 28 जून तक ही 306 मिमी बारिश दर्ज की गई है और अभी दो दिन शेष हैं। मौसम विभाग ने रांची, खूंटी और पूर्वी-पश्चिमी सिंहभूम समेत कई जिलों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है।