प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्षों के कार्यकाल को चिह्नित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक विचार लेख के माध्यम से उन्हें आधुनिक भारत के निर्माता, वैश्विक मंच पर सशक्त नेता और प्रेरणास्रोत बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी का यह कार्यकाल सेवा, सुशासन और वंचित वर्ग के उत्थान को समर्पित रहा है। इस अवधि में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी साख और प्रभाव को अभूतपूर्व रूप से बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री की नीतियों ने न केवल देश को आर्थिक महाशक्ति की ओर अग्रसर किया है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को भी गति दी है। भारत आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और रक्षा क्षेत्र में आयातक से निर्यातक राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर लाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि रही है।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश को डबल इंजन की सरकार का पूरा लाभ मिला है, जिसके चलते प्रदेश ने विकास की नई ऊँचाइयाँ छुई हैं। नवाचार और योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से राज्य ने कई क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
प्रधानमंत्री के ऐतिहासिक निर्णयों से देश में आया बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल की शुरुआत संसद की सीढ़ियों को नमन कर की थी, जिससे उनके लोकतंत्र के प्रति समर्पण का संकेत मिला। उनके द्वारा लिए गए निर्णय जैसे श्रीराम मंदिर का निर्माण, नागरिकता संशोधन कानून (CAA), तीन तलाक का उन्मूलन और वक्फ संपत्ति से संबंधित सुधार, समाज में व्यापक परिवर्तन के प्रतीक हैं।
सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और बालाकोट के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे कदमों ने विश्व को यह संदेश दिया कि भारत अब अपने नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान के लिए कठोर से कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटता।
जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुँचा
प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से देश के हर वर्ग को लाभ पहुंचा है। उज्ज्वला योजना के माध्यम से करोड़ों महिलाओं को रसोई गैस, हर घर जल मिशन से 15 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल, और प्रधानमंत्री आवास योजना से 4 करोड़ से अधिक परिवारों को पक्के घर मिले हैं। जनधन योजना ने 55 करोड़ लोगों को बैंकिंग से जोड़ा और डीबीटी के माध्यम से 44 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंचे हैं।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 9 करोड़ से अधिक लोगों को नि:शुल्क इलाज मिला है, और जन औषधि केंद्रों से किफायती दवाओं की पहुंच सुनिश्चित हुई है। कोविड संकट के दौरान देशवासियों को निःशुल्क स्वदेशी वैक्सीन मुहैया कराकर मोदी जी ने संकट को अवसर में बदला।
कृषि, महिला सशक्तिकरण और युवाओं के लिए विशेष पहल
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, और फसल बीमा योजना के माध्यम से अन्नदाताओं को संबल मिला है। महिलाओं के लिए 33% आरक्षण, तीन करोड़ ‘लखपति दीदी’ का लक्ष्य और स्व-सहायता समूहों के माध्यम से 10 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है। मध्यप्रदेश में 5 लाख से अधिक स्व-सहायता समूहों के माध्यम से 62 लाख महिलाएं लाभान्वित हुई हैं।
आर्थिक सुधार और डिजिटल इंडिया से भारत बना नई शक्ति
मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों, नोटबंदी, डिजिटल भुगतान प्रणाली और UPI जैसे कदमों ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। 2014 में 10वें स्थान पर रही भारतीय अर्थव्यवस्था अब चौथे स्थान पर है।
संस्कृति, विरासत और पर्यटन को मिला नया आयाम
प्रधानमंत्री ने विकास के साथ सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण पर भी बल दिया। धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण और पर्यटन को बढ़ावा देने वाले कार्यों ने लोगों को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य किया है। नमामि गंगे योजना ने नदियों की सफाई के साथ जल संरक्षण की संस्कृति को प्रोत्साहित किया है।
मध्यप्रदेश में भी महाकाल महालोक, श्रीराम वनगमन पथ, श्रीकृष्ण पाथेय और विक्रमोत्सव जैसे परियोजनाएं विरासत और विकास को साथ लेकर चलने का उदाहरण हैं। प्रदेश को केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ परियोजनाएं भी प्राप्त हुई हैं।
स्पेस टेक्नोलॉजी से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक, भारत आगे बढ़ा
स्वदेशी तकनीक और इसरो की उपलब्धियों ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष मानचित्र पर अग्रणी बनाया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देशभर में मेट्रो नेटवर्क, हाई-स्पीड कॉरिडोर, अटल टनल और चेनाब पुल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स साकार हो रहे हैं।
2047 का संकल्प और मध्यप्रदेश की भागीदारी
प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने तक भारत को 35 ट्रिलियन डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनाया जाए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि मध्यप्रदेश इस संकल्प की पूर्ति में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उनके नेतृत्व में राज्य सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है और नए भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभा रहा है।