इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या मामले में आरोपी सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने शिलांग पुलिस की पूछताछ के बाद मीडिया से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि वह अपनी बहन सोनम से केवल एक बार मिलना चाहते हैं ताकि उससे यह पूछ सकें कि आखिर उसने अपने पति की हत्या क्यों करवाई।
गोविंद ने बताया कि सोनम की शादी के समय राजा रघुवंशी के परिवार की ओर से उसे लगभग 15 लाख रुपये के जेवरात उपहार में दिए गए थे, जिन्हें अब उनके परिवार को लौटा दिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब सोनम का कोई भी सामान उनके पास नहीं है।
“राजा के परिवार के साथ हूं, लेकिन बहन से मिलकर सच जानना चाहता हूं”
गोविंद ने कहा कि वह राजा रघुवंशी के परिजनों के साथ खड़े हैं और जल्द ही शिलांग जाकर सोनम से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं गाजीपुर में उससे कुछ पूछ नहीं सका था, अब शिलांग जाकर उससे सीधे जानना चाहता हूं कि उसने अपने पति को मरवाने जैसा खौफनाक कदम क्यों उठाया।“
“अगर बहू का पिंडदान करना है, तो हम साथ हैं” – गोविंद
राजा रघुवंशी के परिजनों द्वारा सोनम का पिंडदान करने की बात पर गोविंद ने कहा कि सोनम की शादी राजा से की गई थी और वह अब उनके परिवार की बहू है। उन्होंने कहा, “अगर वे पिंडदान करना चाहते हैं, तो हम पूरा समर्थन देंगे।“
शिलांग पुलिस की 10 दिन की जांच और अहम सबूत
शिलांग पुलिस ने राजा रघुवंशी की हत्या की जांच के लिए करीब 10 दिन तक इंदौर में जांच की। इस दौरान पुलिस ने सोनम के माता-पिता और अन्य परिजनों से भी पूछताछ की। पुलिस की गिरफ्त में सोनम, उसका प्रेमी राज कुशवाहा और तीन अन्य आरोपी पहले से हैं।
जांच के दौरान पुलिस को सोनम की पिस्टल और जेवरात इंदौर स्थित फ्लैट से मिले हैं। इसके अलावा रतलाम में एक रिश्तेदार के घर से सोनम का बैग भी बरामद किया गया, जिसमें लैपटॉप और अन्य गहने रखे थे। हालांकि वह बुर्का अब तक नहीं मिला है जिसे पहनकर सोनम ने कथित रूप से शिलांग से इंदौर लौटने का प्रयास किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जल्द ही इस हत्याकांड में चार्जशीट दाखिल की जाएगी, जिसमें आरोपियों के खिलाफ जुटाए गए सबूतों का अहम रोल रहेगा।