इंदौर में हुए चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में अहम मोड़ आया है। मामले में अब तक छठी गिरफ्तारी की गई है। शिलॉन्ग पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स को गिरफ्तार किया है, जिस पर साक्ष्य छिपाने और नष्ट करने का आरोप है। जांच में सामने आया है कि इसी ब्रोकर ने आरोपी विशाल सिंह चौहान को देवास नाका क्षेत्र में फ्लैट उपलब्ध कराया था। बताया जा रहा है कि हत्या से पहले आरोपी सोनम भी कुछ समय तक इसी फ्लैट में ठहरी थी।
साक्ष्य मिटाने में ब्रोकर की भूमिका
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सिलोम जेम्स ने फ्लैट के गार्ड की मदद से एक बैग को गायब कराया, जिसमें कथित तौर पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, ₹5 लाख नकद और राजा के कीमती जेवरात रखे थे। इसी आधार पर उसे मामले में सह-आरोपी बनाया गया है। फिलहाल सोनम और मुख्य आरोपी राज कुशवाह समेत तीन अन्य आरोपियों को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
देवास नाका फ्लैट में तीन दिन रही सोनम
बताया गया है कि सोनम 25 से 27 जून तक उस फ्लैट में रही। संदेह है कि उसने पुलिस ट्रैकिंग से बचने के लिए वहां पहुंचने के तुरंत बाद अपना मोबाइल और सिम कार्ड नष्ट कर दिए। फ्लैट की तलाशी में पुलिस को केवल कुछ बर्तन और कपड़े मिले, जबकि अन्य अहम सबूत गायब थे।
शिलॉन्ग पुलिस की इंदौर में जांच तेज
शिलॉन्ग से आई पुलिस टीम ने इंदौर में सोनम के निवास स्थान, उसके भाई गोविंद के कार्यालय और फैक्ट्री का निरीक्षण किया। करीब दो घंटे तक परिवार के सदस्यों से पूछताछ हुई, जिसमें फ्लैट में बिताए गए समय और सोनम की गतिविधियों से जुड़ी जानकारी एकत्र की गई। पुलिस अब इस हत्याकांड के असली मकसद की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। इसके बाद दोनों 21 मई को इंदौर से मेघालय गए थे। 23 मई को राजा की हत्या कर दी गई। इस हत्या को अकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी ने अंजाम दिया था। पुलिस जांच में सामने आया कि सोनम इस षड्यंत्र में शामिल थी और हत्या का मास्टरमाइंड उसका प्रेमी राज कुशवाह था।
हत्या के बाद सोनम अन्य आरोपियों के साथ फरार हो गई। 2 जून को राजा का शव मिलने के बाद मामला तूल पकड़ा। जांच में साजिश का खुलासा हुआ और अब तक छह गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। शेष पहलुओं की छानबीन जारी है।