उज्जैन (म.प्र.)। शहर में शुक्रवार रात भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान एक गंभीर विवाद सामने आया है। खाती समाज द्वारा आयोजित रथ यात्रा की वापसी के समय गोपाल क्षेत्र में स्थित एक धार्मिक स्थल पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा चप्पलें फेंकी गईं, जिससे मौके पर तनाव फैल गया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा, जिससे लोगों में आक्रोश और बढ़ गया। वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन इसके प्रसार के बाद खाराकुआं थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस ने शुरू की जांच, मामला दर्ज
पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जा सके।
दो रथ यात्राएं, एक घटना
शहर में शुक्रवार को दो अलग-अलग रथ यात्राएं निकाली गई थीं— एक इस्कॉन मंदिर द्वारा आयोजित, और दूसरी खाती समाज की ओर से जगदीश मंदिर से। घटना खाती समाज की रथ यात्रा के लौटते समय गोपाल क्षेत्र में हुई।
धार्मिक नेताओं की प्रतिक्रिया
उज्जैन के काजी खलीक-उर-रहमान ने घटना की निंदा करते हुए इसे शहर की गंगा-जमुनी तहज़ीब को चोट पहुंचाने वाला बताया। उन्होंने प्रशासन से मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि ऐसे उकसावे शहर की शांति और भाईचारे को नुकसान पहुंचाते हैं।
सुरक्षा बढ़ाई गई, अलर्ट पर पुलिस
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। थाना प्रभारी राजकुमार मालवीय ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है और दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा न करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को देने की अपील की गई है। पूरे मामले की जांच जारी है।