महाराष्ट्र की क्षेत्रीय पार्टी शिवसेना (यूबीटी) के विधायकों, सांसदों और जिला प्रमुखों ने शनिवार को एक अहम बैठक की। यह बैठक पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में दादर स्थित शिवसेना भवन में आयोजित की गई। बैठक में वन नेशन, वन इलेक्शन, सरकार के खिलाफ रणनीति और भारत-पाकिस्तान तनाव जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट किया कि पार्टी देश के खिलाफ नहीं है, लेकिन सरकार की नीतियों से असहमति जरूर है।
बैठक बंद कमरे में हुई, जिसमें मीडिया की अनुमति नहीं थी। सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने कहा, “कश्मीर हमारा था, है और रहेगा। भले ही भविष्य में बीजेपी न रहे, लेकिन कश्मीर हमेशा भारत का ही रहेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि संकट के समय प्रधानमंत्री के साथ खड़े रहना चाहिए।
देशभक्ति पर अडिग रुख
बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब देश पर कोई संकट आता है, तो पार्टी हमेशा प्रधानमंत्री के साथ खड़ी रहती है। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत की जवाबी कार्रवाई का समर्थन करते हुए सरकार के साथ खड़े रहने का संदेश दिया।
वन नेशन, वन इलेक्शन पर विचार
उद्धव ठाकरे ने वन नेशन, वन इलेक्शन पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि चुनाव एक साथ कराए जाने का अध्ययन चल रहा है। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में भाग न लें, ताकि चुनाव पारदर्शी बने।
बीजेपी पर तीखा हमला
ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता मिलते ही घमंड नहीं करना चाहिए और सत्ता जाने पर निराश नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका जहाज डूबने वाला नहीं है, बल्कि बीजेपी का ओवरलोडेड जहाज ही डूब सकता है। ठाकरे ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वे तीन पार्टियों के प्रमुख बन चुके हैं। सत्ता की लालसा में मेहनत और लगन से काम करना जरूरी है।