भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल के दौरान शुक्रवार और शनिवार की रात जालंधर में एक के बाद एक कई धमाके हुए, जिससे आस-पास का इलाका कांप उठा। घटना के बाद जब टीम जालंधर के गांव नाहलां पहुंची, तो वहां लोगों की भीड़ जमा थी। लोग ड्रोन या मिसाइल जैसे उपकरणों के टुकड़े लेकर इधर-उधर घूम रहे थे।
धमाके से कांपा पांच किलोमीटर का इलाका
घटना सुबह करीब 8:30 बजे की बताई जा रही है। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि करीब पांच किलोमीटर तक का क्षेत्र हिल गया। आवाज सुनते ही लोग सहमे हुए 10-15 मिनट तक घरों से बाहर नहीं निकले। गांव के सरपंच समेत अन्य लोगों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। घटनास्थल के करीब 100 मीटर दूर स्थित घरों की दीवारें भी हिल गईं। धमाके के बाद खेत से उठती धूल का ऊंचा गुबार देखकर लोग घबरा गए।
पुलिस और सेना ने संभाला मोर्चा
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलाके को सील कर दिया और लोगों को सुरक्षित दूरी पर रखा। सूरानुस्सी आर्मी के कमांडर और जवान भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने उपकरणों के टुकड़ों और बारूद से सनी मिट्टी को कब्जे में ले लिया। घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल रहा।
किसान के खेत में धमाका, रूह कांप उठी
जिस खेत में धमाका हुआ, उसका मालिक विद्यानंद खेत जोतने के लिए ट्रैक्टर लेकर घर से निकले ही थे कि उन्होंने धुएं का गुबार देखा। खेत का दृश्य देखकर उनकी रूह कांप गई। विस्फोट के कारण खेत की नाड़ में आग लग गई थी।
धमाके से हिली घर की दीवारें
धमाके के नजदीक स्थित घर में सैमुअल वडिंग अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि जोरदार धमाके से घर की दीवारें हिल गईं और बच्चे डरकर चीखने लगे। घर के कांच और बल्ब भी टूट गए। बाहर देखा तो धूल का गुबार ही नजर आ रहा था।
अचानक धमाके से दहशत में ग्रामीण
पशुओं को चारा देने के बाद नाश्ता करने बैठे ग्रामीण ने बताया कि जोरदार धमाके से घर के शीशे टूट गए। वे भागकर घटनास्थल पर पहुंचे, जहां धुएं का गुबार दिखाई दे रहा था। ऐसा लग रहा था कि मिसाइल जमीन में धंस गई हो। घटनास्थल पर लोग बिना किसी डर के खड़े थे, जैसे उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता ही न हो।