वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को बुधवार सुबह पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया। मजीठिया के अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित आवास समेत कुल 9 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। कार्रवाई के दौरान उनकी पत्नी और विधायक गुनीव कौर मजीठिया घर पर मौजूद थीं। गिरफ्तारी से पहले मजीठिया ने अपने बच्चों को गले लगाकर विदा किया।
चंडीगढ़ आवास में दीवार फांदकर दाखिल हुए अधिकारी
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी राज्य में नशा तस्करी और ड्रग मनी से संबंधित मामले की जांच के तहत की गई। मजीठिया के चंडीगढ़ स्थित घर में विजिलेंस टीम दीवार फांदकर दाखिल हुई। पूरे पंजाब में कुल 25 जगहों पर छापेमारी की गई है।
ग्रीन एवेन्यू में तैनात रही भारी पुलिस
अमृतसर के ग्रीन एवेन्यू इलाके में मजीठिया के आवास के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। इलाके की घेराबंदी कर सभी रास्ते बंद कर दिए गए। विजिलेंस अधिकारियों ने घर की तलाशी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं। आसपास के मकानों पर भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और किसी को भी आने-जाने की अनुमति नहीं दी गई।
मजीठिया का आरोप—‘सरकार गढ़ रही नया झूठा केस’
गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए मजीठिया ने आरोप लगाया कि जब सरकार उनके खिलाफ नशे के पुराने मामलों में कुछ साबित नहीं कर पाई, अब एक नया फर्जी केस बनाने की तैयारी हो रही है। उन्होंने कहा, “मेरे घर पर विजिलेंस की टीम आई है, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं। सरकार चाहे जितने केस बनाए, मैं पंजाब की आवाज उठाता रहूंगा।”
अकाली नेताओं ने कार्रवाई को बताया ‘बदले की राजनीति’
घटना की जानकारी मिलते ही शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा मौके पर पहुंचे और कार्रवाई को ‘अघोषित आपातकाल’ बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। पूर्व विधायक एन.के. शर्मा ने भी इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि घर में कोई मौजूद नहीं था, फिर भी विजिलेंस टीम अंदर घुस गई।