बठिंडा में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कंचन कुमारी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह मेहरों के घर बुधवार को फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा पहुंचे। उन्होंने आरोपी के परिजनों से बातचीत कर उन्हें आश्वासन दिया कि इस कठिन दौर में वे परिवार के साथ हैं।
अमृतपाल के पिता बलजिंदर सिंह ने बताया कि उनका जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ था, लेकिन 1947 के बाद उन्होंने सिख धर्म अपना लिया। उन्होंने मीडिया से अपील की कि सोशल मीडिया पर भ्रामक और आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने वालों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि उनके घरों में भी महिलाएं हैं।
सांसद ने परिवार को दिया समर्थन
बलजिंदर सिंह के अनुसार, 11 जून को उन्हें सूचना मिली थी कि बठिंडा में एक शव बरामद हुआ है और उन्हें सतर्क रहने को कहा गया। उन्होंने कहा कि गांववाले उनके साथ हैं और उन्हें किसी से डर नहीं है। सांसद खालसा ने आश्वस्त किया कि वे इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे और इंसाफ दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
‘अमृतपाल की जिंदगी भी तबाह हुई’ – सांसद खालसा
सांसद सरबजीत खालसा ने कहा कि जहां एक ओर कंचन की मौत दुखद है, वहीं अमृतपाल की ज़िंदगी भी इस घटना से प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुशी से ऐसा कदम नहीं उठाता और इसे सिख पंथ के लिए एक बड़ी कुर्बानी बताया। उन्होंने कंचन द्वारा पोस्ट किए गए सोशल मीडिया कंटेंट को समाज पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाला बताया।
सांसद ने यह भी कहा कि जो लोग सोशल मीडिया पर भड़काऊ या अनुचित वीडियो अपलोड करते हैं, वे सावधानी बरतें। उन्होंने आगाह किया कि आज अमृतपाल जेल में है, कल कोई और हो सकता है। खालसा ने कहा कि जो सिख समुदाय के हित में काम करता है, उसे जेल में डाला जाता है जबकि भटकाने वालों को सुरक्षा मिलती है। उन्होंने दावा किया कि यदि आज उनके संसदीय क्षेत्र में इस मुद्दे पर मतदान कराया जाए, तो 90% लोग अमृतपाल के समर्थन में राय देंगे।
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