पंजाब के खडूर साहिब क्षेत्र में एक महिला से मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। वायरल वीडियो में गांव वेईपुई के सरपंच बलदेव सिंह गोरा, जो आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं, एक महिला को लाठी से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि सरपंच ने एक स्थानीय परिवार की ज़मीन पर ज़बरन कब्जा करने की कोशिश की, जिसके विरोध में यह झगड़ा हुआ।
पीड़ित परिवार का दावा है कि उन्होंने घरेलू ज़रूरतों के चलते अपनी ज़मीन सरपंच के पास गिरवी रखी थी, लेकिन बाद में सरपंच ने उस पर कब्जा कर लिया। जब परिवार ज़मीन वापस लेने गया, तो विवाद इतना बढ़ गया कि महिला सदस्य के साथ मारपीट की गई। पीड़िता परमजीत कौर दिव्यांग बताई गई हैं। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
इस मामले में थाना गोइंदवाल साहिब में सरपंच बलदेव सिंह गोरा के खिलाफ डीडीआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
कांग्रेस नेता और खडूर साहिब के पूर्व विधायक रमनजीत सिंह सिक्की ने मीडिया के सामने पीड़ित परिवार को पेश किया और पूरे प्रकरण को सत्ता के दुरुपयोग का मामला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि बलदेव सिंह गोरा न केवल सत्तारूढ़ पार्टी के सरपंच हैं, बल्कि क्षेत्रीय विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा के साले भी हैं, जिससे उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है।
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी और विधायक लालपुरा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि पुलिस तुरंत कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए।
वहीं, विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा ने एक सोशल मीडिया लाइव में कहा कि सरपंच के खिलाफ पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है और यदि पीड़ित परिवार पुलिस के समक्ष बयान देता है, तो मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके लिए हलके के लोग परिवार समान हैं और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने विपक्ष से अपील की कि इस मामले को राजनीतिक रंग न दें।