पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार अब युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए उन्हें खेलों से जोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है। इसी कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जालंधर में एक विश्वस्तरीय मल्टी-स्पोर्ट्स स्टेडियम की आधारशिला रखी। साथ ही महिला रग्बी वर्ल्ड कप के लिए भेजे जा रहे 25,000 रग्बी बॉल्स से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
हर जिले में खेल सुविधाएं विकसित करने की योजना
केजरीवाल ने घोषणा की कि राज्य के प्रत्येक जिले और गांव में खेल के मैदान और यूथ क्लब विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जालंधर का यह नया स्टेडियम अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा और हजारों युवा प्रतिदिन यहां अभ्यास के लिए आएंगे। उन्होंने बताया कि यह वादा उन्होंने 2022 के चुनाव प्रचार के दौरान किया था और अब सरकार उसे निभा रही है।
नशे के खिलाफ लड़ाई में खेलों की भूमिका
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब कभी देश का अग्रणी राज्य हुआ करता था, लेकिन नशे के बढ़ते प्रभाव ने युवाओं को बर्बादी की राह पर धकेल दिया। आम आदमी पार्टी सरकार ने सत्ता में आने के बाद नशे के खिलाफ निर्णायक अभियान शुरू किया है, जिसके तहत कई गांव अब खुद को नशा मुक्त घोषित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे से दूर रखने के लिए युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों में लगाना ज़रूरी है और खेल इसमें सबसे कारगर माध्यम बन सकता है।
स्पोर्ट्स के क्षेत्र में जालंधर की ऐतिहासिक भूमिका
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जालंधर की धरती ने देश को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं, खासकर हॉकी में इसकी पहचान ऐतिहासिक रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की अनदेखी के कारण राज्य खेलों में पिछड़ गया था, जिसे अब दोबारा खड़ा किया जाएगा।
स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को मिल रहा नया जीवन
महिला रग्बी वर्ल्ड कप के लिए भेजे जा रहे रग्बी बॉल्स की पहली खेप को रवाना करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि ये बॉल्स जालंधर की फैक्ट्रियों में बनी हैं। उन्होंने बताया कि क्रिकेट वर्ल्ड कप में भी जालंधर में बने बैट्स का उपयोग किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों की नीतियों के चलते इंडस्ट्री पंजाब छोड़ने लगी थी, लेकिन अब एक पारदर्शी और उद्यमी-मित्र सरकार के जरिए यह भरोसा बहाल किया जा रहा है।
13,000 गांवों में बनाए जाएंगे खेल मैदान
सरकार की योजना के अनुसार, राज्य के सभी 13,000 गांवों में खेल के मैदान और यूथ क्लब स्थापित किए जा रहे हैं। इससे न सिर्फ ग्रामीण युवाओं को खेलों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें नशे से दूर रखने में भी मदद मिलेगी।