सिरोही। प्रदेश के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा बुधवार को सिरोही दौरे पर रहे। सर्किट हाउस में भाजपा पदाधिकारियों द्वारा स्वागत के बाद उन्होंने अधिकारियों संग सरूपगंज स्थित रीको औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान तीन बायोडीजल इकाइयों पर छापेमारी की गई, जहां भारी मात्रा में नकली बायोडीजल पाया गया।
कार्रवाई की शुरुआत कोटियार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड नामक इकाई से हुई, जहां नकली बायोडीजल का भंडार और कर चोरी से जुड़ी कई गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं। मंत्री ने अधिकारियों को दस्तावेज जब्त कर विस्तृत जांच के निर्देश दिए। प्राथमिक जांच में सामने आया कि इकाइयां बिना वैध लाइसेंस और गुणवत्ता प्रमाणन के नकली बायोडीजल तैयार कर बाजार में डीजल के रूप में बेच रही थीं।
राज्यव्यापी रैकेट की आशंका
मंत्री मीणा ने मीडिया को बताया कि संबंधित फैक्ट्री से जुड़ा एक व्यक्ति 307 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता में संलिप्त पाया गया है। उन्होंने संकेत दिया कि राज्यभर में ऐसी करीब दर्जनभर इकाइयां एक संगठित नेटवर्क के अंतर्गत कार्य कर सकती हैं।
पर्यावरण मानकों की अनदेखी और कर चोरी
छापेमारी में यह भी पाया गया कि फैक्ट्रियों में पर्यावरणीय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। बिना कर विवरण दिए उत्पाद की बिक्री की जा रही थी, जिससे राज्य को बड़े पैमाने पर राजस्व की हानि हो रही है।
सरूपगंज की अन्य दो इकाइयों पर भी मंत्री द्वारा छापेमारी की गई, जिनमें भी नकली ईंधन और कई अनियमितताएं उजागर हुईं। फिलहाल उद्योग विभाग, वाणिज्यिक कर विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को संयुक्त जांच के आदेश दिए गए हैं। आने वाले दिनों में अन्य संदिग्ध इकाइयों पर भी कार्रवाई की संभावना है।