राजधानी लखनऊ में गुरुवार को जबरन धर्मांतरण का शिकार हुए 15 व्यक्तियों की हिंदू धर्म में वापसी कराई गई। यह आयोजन गोमतीनगर क्षेत्र में विश्व हिंदू रक्षा परिषद द्वारा वैदिक विधियों, मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी।
परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने बताया कि यह सभी लोग कथित रूप से बलरामपुर के छांगुर पीर मोहम्मद अहमद खान और अब्दुल माबूद रजा द्वारा योजनाबद्ध तरीके से इस्लाम धर्म में परिवर्तित कराए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कमजोर वर्गों और अकेली लड़कियों को निशाना बनाकर पहले उनका धर्म बदला गया और फिर उनकी संपत्तियों पर भी कब्जा किया गया। राय ने दावा किया कि इस पूरे नेटवर्क को विदेशी फंडिंग प्राप्त होती रही है।
गोपाल राय ने इस मामले की एसटीएफ जांच की मांग करते हुए कहा कि इन आरोपियों पर कई थानों में गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उक्त गिरोह के तार राज्य में कमलेश तिवारी और चंदन गुप्ता हत्याकांडों से भी जुड़े हो सकते हैं।
धर्म में लौटे लोगों की सूची इस प्रकार है:
- बलरामपुर: पल्लवी, मन्नत आब्दी, हरजीत कश्यप, संचित, गौतम, रामनरेश मौर्य, नरेंद्र मिश्रा, हरजीत सिंह, मूर्ति देवी
- सिद्धार्थनगर: मालती
- औरैया: मानवी शर्मा (पूर्व नाम जैनब)
- सहारनपुर: सोनू, रानी
- मुरादाबाद: रीना