हादसे की वजह तेज रफ्तार
बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के गांव रौंडा में शुक्रवार तड़के करीब चार बजे मजदूरों से भरा एक कैंटर तेज रफ्तार में चलते हुए आगे चल रहे ट्रक से जा टकराया। इस भीषण दुर्घटना में कैंटर चालक समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 लोग घायल हो गए। मृतकों में तीन लोग शाहजहांपुर और एक हरदोई के रहने वाले हैं। हादसे में घायल हुए मजदूरों का इलाज मेरठ के मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
कैसे हुआ हादसा
पंजाब के मोड़ा भट्टी में ईंट भट्ठों पर काम करने वाले करीब 90-100 मजदूर तीन कैंटरों में सवार होकर हरदोई और शाहजहांपुर स्थित अपने गांवों की ओर लौट रहे थे। हरियाणा के सिरसा निवासी सुनील कुमार (32) एक कैंटर चला रहे थे। गाड़ी में चालक समेत कुल 34 लोग सवार थे। दो अन्य कैंटर उनसे काफी आगे निकल चुके थे। अचानक जहांगीराबाद के रौंडा गांव के पास कैंटर तेज रफ्तार में स्पीड ब्रेकर से टकराते ही अनियंत्रित हो गया और आगे चल रहे ट्रक से भिड़ गया।
घायल मजदूरों की स्थिति
घायलों में रोहिनी (13), पंचम (17), तारा (20), सुमित (13), सोनू (29), सतीश (50), रामचंद्र (60), छोटी (30), मोहिनी (14), रामवीर (24), निशांत (10) समेत कई अन्य लोग शामिल हैं। हादसे के बाद सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
हादसे की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चालक को नींद आना दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है। घायल आशीष ने बताया कि उन्होंने चालक से कई बार गाड़ी धीमी चलाने को कहा था, लेकिन उसने बात नहीं मानी। कैंटर की तेज रफ्तार के चलते स्पीड ब्रेकर पर गाड़ी अनियंत्रित हो गई और हादसा हो गया।
गांव में पसरा मातम
शाहजहांपुर के मियांपुर गांव में हादसे की खबर से मातम छा गया है। मृतकों में रवि (18) और उनकी मां माधुरी (40) शामिल हैं। हादसे में रवि के पिता उमेश, भाई अजीत और मंजीत भी घायल हैं। परिवार और गांव वालों में शोक की लहर है।
दुर्घटना में लापरवाही की आशंका
जहांगीराबाद-बुलंदशहर मार्ग पर कई जगह बड़े-बड़े स्पीड ब्रेकर बने हुए हैं, जिन पर रेडियम पट्टियां नहीं लगी हैं। इससे वाहन चालकों को रात में ब्रेकर नजर नहीं आते और दुर्घटनाएं हो जाती हैं। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने रेडियम युक्त ब्रेकर बनाने का आश्वासन दिया है।