समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा सरकार आने वाली पीढ़ियों से शिक्षा का अधिकार छीनने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित हैं और लगभग 5,000 प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की योजना बनाई गई है, जो भाजपा की शिक्षा विरोधी सोच को दर्शाता है।
रविवार को पार्टी मुख्यालय में विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने घोषणा की कि 15 अगस्त को समाजवादी पार्टी के विधायक और पदाधिकारी उन ग्रामीण इलाकों में जाकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे, जहां विद्यालयों को बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियां सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं और वह वंचित तबकों — गरीबों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों — को उनका हक देने से बच रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में साजिश कर रही है। इसके अलावा, उन्होंने बिहार में मतदाता सूची में मनमाने तरीके से बदलाव की आशंका भी जताई।
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, सांसद सनातन पांडेय समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
आप पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ ने किया सामाजिक न्याय पर मंथन, चलाएगी जनचेतना अभियान
आम आदमी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की प्रदेश स्तरीय बैठक रविवार को लखनऊ में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. छवि यादव ने की। बैठक में संगठन विस्तार, सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों पर केंद्रित जनसंपर्क अभियान को तेज करने पर विचार विमर्श किया गया।
डॉ. यादव ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य केवल संगठन को मजबूत करना नहीं है, बल्कि सामाजिक समरसता और न्याय की आवाज को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में गांवों और शहरों में जनसभाओं व बैठकों के माध्यम से पार्टी के विचारों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संगठन को बूथ स्तर तक मजबूती दी जाएगी, युवाओं को सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा, और जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों को लेकर व्यापक जनचेतना अभियान शुरू किया जाएगा। बैठक में विनय कुमार यादव, प्रदीप यादव, जतन भाटी, राजकुमार वर्मा, श्याम सिंह पाल, आरिफ खान, पंकज यादव, सुशील यादव सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।