अमरोहा जनपद में एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है, जहां एक पिता ने अपने ही बेटे की हत्या की साजिश रच डाली। मामला बेटे के शादीशुदा महिला से अवैध संबंध और संपत्ति के विवाद से जुड़ा था। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल पिता, उसके मित्र और दो सुपारी किलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बेटे की आदतों से था परेशान, पिता ने बनाई हत्या की योजना
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने शनिवार को प्रेसवार्ता में बताया कि नौगांवा सादात थाना क्षेत्र के गालिबबाड़ा निवासी दीपक का एक अन्य समाज की शादीशुदा महिला से प्रेम संबंध था। करीब दो साल पहले दीपक महिला को घर ले आया था, जिस पर महिला के पति ने केस दर्ज कराया था। पंचायत के बाद महिला को उसके ससुराल भेज दिया गया, लेकिन दीपक ने संबंध बनाए रखा।
दीपक की इस हरकत से उसके पिता सतेंद्र सिंह बेहद नाराज़ थे। बेटे के बर्ताव और समाज में बदनामी से तंग आकर सतेंद्र ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला लिया। दीपक शराब पीने का भी आदी था और पिता से ज़मीन में हिस्सा मांगने लगा था, जिससे मामला और बिगड़ गया।
छह महीने पहले रची गई हत्या की साजिश
करीब छह महीने पहले सतेंद्र ने धनौरा थाना क्षेत्र के हलपुरा गांव निवासी अपने मित्र उमर से बेटे की हत्या की योजना साझा की। इसके बाद उमर ने हत्या को अंजाम देने के लिए दो शातिर अपराधियों—हलपुरा निवासी जरीफ और मूंढाखेड़ा निवासी रईस—से संपर्क कराया। दोनों पहले से आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और एक-दूसरे से जेल में मिले थे।
हत्या की सुपारी 2.70 लाख रुपये में तय हुई, जिसमें से 1.70 लाख रुपये अग्रिम दिए गए। इसके बाद 22 जून की रात जरीफ और रईस ने दीपक की गोली मारकर हत्या कर दी और शव को रजबपुर थाना क्षेत्र के शहबाजपुर कलां गांव के गन्ने के खेत में फेंक दिया।
शव मिलने से हत्या का खुलासा
घटना वाले दिन खेत में युवक का अर्धनग्न शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान अगले दिन दीपक के रूप में हुई। दिलचस्प यह रहा कि दीपक के पिता सतेंद्र ने ही अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की FIR दर्ज कराई थी।
एसओजी और सर्विलांस टीम की मदद से जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर पिता सतेंद्र सहित चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल फावड़ा, बाइक, दीपक के कपड़े, मोबाइल और सुपारी की बची हुई 1 लाख रुपये की नकदी बरामद की है।
जेल भेजे गए आरोपी
चारों आरोपियों—पिता सतेंद्र, उसका दोस्त उमर, और सुपारी किलर जरीफ व रईस—को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।