अमरोहा जनपद के अतरासी गांव के पास स्थित अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को हापुड़ निवासी फैक्टरी संचालक सैफ-उर-रहमान को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी उस समय हुई जब वह रजबपुर क्षेत्र में दिल्ली हाईवे स्थित शकरपुर अंडरपास के पास एक वकील से मुलाकात के लिए इंतजार कर रहा था।
पुलिस ने मामले में अब गैर-इरादतन हत्या की धारा भी जोड़ दी है, जिसमें उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। आरोपी को कोर्ट में पेश किए जाने के बाद जेल भेज दिया गया।
यह मामला 16 जून को उस समय सुर्खियों में आया था, जब अवैध रूप से संचालित पटाखा इकाई में हुए भीषण विस्फोट में चार महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी। बाद में मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती एक घायल महिला ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इस दर्दनाक हादसे में कुल 13 लोग घायल हुए थे, जिनमें अधिकांश महिलाएं थीं। घायलों में से तीन अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि पांच की हालत में सुधार होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई है।
घटना के समय फैक्टरी में काम कर रहीं रजबपुर की रुकसाना व शहनाज, पपसरा निवासी रूमा और सर्वेश की मौके पर मौत हो गई थी। वहीं मोती नगर निवासी मोना, विशाल, पूजा, पूजा पत्नी अमित, इंद्रावती, सलोनी, सोनिया, पूजा पत्नी राजेश और मंगूपुरा निवासी नाजरीन गंभीर रूप से झुलस गए थे।
घायलों को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में नाजरीन, सोनिया और मोना को मेरठ रेफर किया गया था, जबकि इंद्रावती को परिजनों ने जोया रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान मोना की एक सप्ताह पूर्व मृत्यु हो गई।