उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद के दोघट थाना क्षेत्र अंतर्गत टिकरी कस्बे में बीती रात एक विचित्र बछड़े के जन्म ने सभी को हैरान कर दिया। किसान जाहिद की गाय ने जो बछड़ा जन्मा, उसके दो मुंह और तीन आंखें हैं। जैसे ही यह जानकारी गांव में फैली, लोग इसे देखने के लिए उमड़ पड़े और इसे ईश्वर का चमत्कार मानते हुए पूजन-अर्चन करने लगे।
स्थानीय ग्रामीणों का मानना है कि यह बछड़ा कोई दैवी संकेत हो सकता है। लोग बछड़े के समक्ष सिर झुकाकर आशीर्वाद मांग रहे हैं और रुपये-पैसे चढ़ा रहे हैं। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग घंटों तक वहां रुककर तस्वीरें और वीडियो बना रहे हैं। पूरे क्षेत्र में यह बछड़ा चर्चा का केंद्र बन चुका है।
दुर्लभ जैविक स्थिति, डॉक्टरों ने बताया जेनेटिक विकृति
पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बछड़े की जांच की। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक दुर्लभ जैविक विकृति (जेनेटिक म्यूटेशन) का परिणाम है, जो भ्रूण के विकास के दौरान उत्पन्न होती है। यह स्थिति लाखों में कभी-कभी ही देखने को मिलती है। इसे चिकित्सकीय रूप से म्यूटेशन कहा जाता है, जिसमें शारीरिक अंगों की बनावट में असमानता देखने को मिलती है।
परिवार में भी हैरानी का माहौल
किसान जाहिद ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान गाय पूरी तरह स्वस्थ थी और कोई असामान्यता महसूस नहीं हुई। लेकिन जैसे ही रात में इस अद्भुत बछड़े का जन्म हुआ, पूरा परिवार अचंभे में पड़ गया। उन्होंने कहा कि गांव में पहले कभी ऐसा नहीं देखा गया।
हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो ऐसे मामलों को अत्यंत दुर्लभ माना जाता है और यह प्राकृतिक जैविक असंतुलन का हिस्सा होते हैं। बावजूद इसके, ग्रामीण इसे आस्था से जोड़कर पूजनीय मान रहे हैं।