उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से धर्मांतरण से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने अवैध रूप से लोगों का धर्म बदलवाने के आरोप में छांगुर बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी नाबालिगों को भी अपने जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन करा रहा था।
बलरामपुर के उतरौला कस्बे निवासी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने गिरफ्तार किया। बाबा पर आरोप है कि वह लोगों को धन और पद का लालच देकर उनका धर्म बदलवाने का कार्य कर रहा था। एसटीएफ की शुरुआती जांच में स्पष्ट हुआ कि आरोपी लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए राजी करता था। बताया जा रहा है कि इस गतिविधि में उसे विदेशों से भारी मात्रा में धन भी प्राप्त होता था।
100 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी फंडिंग का संदेह
सूत्रों के मुताबिक, धर्मांतरण कराने वाले इस नेटवर्क को विदेशी संस्थाओं से अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक मदद मिली है। एसटीएफ की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि धर्म परिवर्तन करने वालों को उनकी जाति के अनुसार अलग-अलग धनराशि दी जाती थी। प्रत्येक जाति के लिए निर्धारित राशि तय की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश एटीएस ने भी इसकी जांच शुरू कर दी है।
ADG ने दी विस्तृत जानकारी
ADG कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने इस संबंध में बताया कि जमालुद्दीन, जो खुद को सूफी संत जलालुद्दीन बताता था, ने लंबे समय से अवैध धर्मांतरण गतिविधियों को अंजाम दिया। उसने लोगों को फर्जी पहचान और आर्थिक लाभ का प्रलोभन देकर धर्म बदलवाया। इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया है कि धर्मांतरण के लिए विशेष रूप से विभिन्न जातियों की युवतियों को टारगेट किया गया और उनके लिए अलग-अलग दरें तय की गई थीं। छांगुर बाबा के करीब 40 बैंक खाते चिन्हित किए गए हैं, जिनमें धर्मांतरण से संबंधित लेन-देन का संदेह है।
पूरे मामले की विस्तृत जांच अब उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा की जा रही है।