राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में पकड़ी गई अवैध हथियार फैक्ट्री के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी हकीम सलाऊद्दीन उर्फ लाला, हथियारों की तस्करी कश्मीर तक करता था। पुलिस को आरोपी के कॉल डिटेल रिकॉर्ड में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के कुछ संदिग्ध नंबरों से बातचीत के साक्ष्य मिले हैं, जिसके आधार पर अब एटीएस ने भी मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
घर में बनते थे हथियार, सिनेमा हॉल के परिसर में किया जाता था संग्रहण
एडीसीपी जितेंद्र दुबे ने जानकारी दी कि आरोपी से पूछताछ में यह सामने आया कि वह अपने घर में ही अवैध हथियार तैयार करता था। तैयार हथियारों को घर से सटे पुराने सिनेमा हॉल के कंपाउंड में छिपा दिया जाता था। तलाशी के दौरान पुलिस ने वहां से तीन पिस्टल, एक रायफल, दो देसी कट्टे, सात एयरगन, 118 कारतूस, 41 खोखे, छह चाकू, नौ फरसे और हथियार निर्माण के उपकरण बरामद किए हैं। इसके अतिरिक्त हिरन की खाल भी जब्त की गई है।
थाने से चंद कदम दूर चल रही थी फैक्ट्री, पुलिस की सतर्कता पर उठे सवाल
हैरानी की बात यह है कि आरोपी का घर मलिहाबाद थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित है, फिर भी वहां हथियारों का निर्माण चलता रहा और स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लगी। इस लापरवाही को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मामले में आरोपी के खिलाफ शस्त्र अधिनियम और वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया – रात में आती थीं मशीनों की आवाजें
इलाके के कुछ निवासियों ने बताया कि रात में आरोपी के घर से अक्सर मशीनों की आवाजें आती थीं, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि वहां हथियार तैयार किए जा रहे हैं। आरोपी सलाऊद्दीन, एक कथित हकीम के रूप में कार्य करता था और दुकान के बाहर यह उल्लेख था कि शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह के अन्य दिनों में वह तीन घंटे परामर्श देता है।
आतंकी कनेक्शन की भी जांच में जुटी खुफिया एजेंसियां
पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है। आरोपी के घर से एक लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद हुआ है, जिसकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। आशंका है कि इसमें हथियारों की खरीद-फरोख्त से जुड़े विस्तृत नेटवर्क की जानकारी हो सकती है। सुरक्षा एजेंसियां आतंकी संबंधों की भी पड़ताल कर रही हैं।
घर पर ठहरते थे संदिग्ध, किराए के कमरे बनाकर की जाती थी गतिविधियां
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि सलाऊद्दीन के घर पर अक्सर अनजान लोग आते-जाते रहते थे, जिनमें से कुछ संदिग्ध लगते थे। पुलिस का मानना है कि आरोपी ने अपने घर में किराए पर कमरे बना रखे थे, जहां तस्कर और ग्राहक रुकते थे। वहीं से हथियारों की खरीद-फरोख्त होती थी। जानकारी यह भी सामने आई है कि आरोपी मलिहाबाद तिहरे हत्याकांड के अभियुक्त लल्लन खां का रिश्तेदार है और शिकार का शौक़ीन भी है। इसके अलावा वह शहद के व्यापार में भी सक्रिय था।