लखनऊ। राजधानी में शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने प्रेस वार्ता में भाजपा और कांग्रेस दोनों को संविधान को लेकर घेरा। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह संविधान पर बहस छिड़ी है, उसे देखकर लगता है कि अब बसपा को दोनों ही दलों के रवैये के खिलाफ पूरे देश में आवाज बुलंद करनी होगी।
मायावती ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने देश को एक समतामूलक और मानवतावादी संविधान सौंपा, लेकिन कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपने-अपने कार्यकाल में इस पर सच्ची निष्ठा से अमल नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ही पार्टियों और उनके समर्थकों ने हमेशा अपने राजनीतिक नजरिए और विचारधारा को प्राथमिकता दी है।
बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि समय-समय पर संविधान में ऐसे कई संशोधन किए गए, जो आवश्यक नहीं थे और जिनसे मूल भावना को नुकसान पहुंचा।