‘कथावाचकों पर केस, झूठ का राज’: अखिलेश का भाजपा पर तीखा वार

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इटावा में भागवत कथा वाचकों पर एफआईआर को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मौजूदा शासन में हालात ऐसे हैं कि अपमानित और पीड़ित व्यक्ति को ही उत्पीड़न झेलना पड़ता है। गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में कुछ भी संभव है।

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग शंकराचार्यों से झूठ बोल सकते हैं, गंगा स्नान के बाद भी झूठ बोल सकते हैं और कुंभ में मृतकों की संख्या तक छुपा सकते हैं, उनसे किसी भी स्तर की सच्चाई की उम्मीद नहीं की जा सकती।

‘संविधान की बात सत्ता से पहले, पालन सत्ता में आने के बाद भूल जाते हैं’

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सत्ता प्राप्त करने तक संविधान की बात करती है, लेकिन सरकार में आते ही उसे दरकिनार कर देती है। उन्होंने कहा कि सेक्युलर और समाजवादी सोच के लिए बड़ा दिल चाहिए होता है, लेकिन जो लोग संकीर्ण सोच रखते हैं, वे हमेशा इसका विरोध करते हैं।

मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल वह समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता की बात कर रहे हैं, जबकि असल में जो समाजवाद के विरोधी हैं, वे ही सेक्युलरिज्म के भी खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग केवल अपने बारे में सोचते हैं, वे सामाजिक सरोकारों से कोसों दूर रहते हैं।

‘पीडीए की ताकत से घबरा रही भाजपा’

सपा अध्यक्ष ने कहा कि सामाजिक सौहार्द और सकारात्मक राजनीति की बुनियाद को भाजपा जैसी सांप्रदायिक सोच वाली पार्टी स्वीकार नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) की एकजुटता भाजपा की व्यक्ति केंद्रित राजनीति के लिए गंभीर चुनौती बन रही है।

अखिलेश ने यह भी कहा कि सरकारी आंकड़े ही बता रहे हैं कि यूपी में महिलाओं और दलितों के खिलाफ अपराध के मामले सर्वाधिक हो रहे हैं। बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने दावा किया कि भाजपा वहां करारी हार का सामना कर रही है और सपा, राष्ट्रीय जनता दल व तेजस्वी यादव के साथ खड़ी है।

‘गोरखपुर हमले की निष्पक्ष जांच हो, नहीं तो साजिश मानी जाएगी’

गोरखपुर दौरे के दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और सपा नेता लाल बिहारी यादव पर हुए हमले की निंदा करते हुए अखिलेश यादव ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेताया कि यदि कड़ी कार्रवाई नहीं होती है, तो यह मान लिया जाएगा कि हमला पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा था।

‘कॉरिडोर के नाम पर ज़मीन कब्जाने की राजनीति’

गोरखपुर के विरासत गलियारे में ज़मीन अधिग्रहण को लेकर अखिलेश ने आरोप लगाया कि यह भाजपा द्वारा बनाई गई एक सुनियोजित लूट प्रणाली है। उन्होंने कहा कि मुआवजे का निर्धारण बाजार मूल्य के अनुसार होना चाहिए, लेकिन कॉरिडोर के नाम पर लोगों की संपत्तियां जबरन छीनी जा रही हैं और बाद में ऊंचे दामों पर बेची जाती हैं।

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