बदायूं जिले के कादरचौक क्षेत्र से एक प्रेरणादायक खबर सामने आई है। पंचर और साइकिल मरम्मत की दुकान चलाने वाले देव सिंह की दो बेटियों, सुजाता गौतम और प्रगति गौतम का चयन उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही पद पर हुआ है। बीते 15 जून को जब दोनों को नियुक्ति पत्र मिला, तो परिवार में लंबे समय बाद खुशियों ने दस्तक दी।
इनकी कामयाबी न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए गर्व की बात बनी हुई है। गांव के लोगों ने फूल-मालाओं और तालियों के साथ दोनों बहनों को ट्रेनिंग के लिए विदा किया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान दिनेश कुमार और एडीओ पंचायत शिवकुमार समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे।
संघर्ष से मिली सफलता
देव सिंह ने आर्थिक तंगी के बावजूद अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने वर्षों तक झोपड़ी में रहकर मेहनत की और बेटियों को पढ़ाया। उनकी यह मेहनत अब रंग लाई है। सुजाता गौतम पूर्व में पंचायत सहायक के तौर पर काम भी कर चुकी हैं।
परिवार ने बताया कि सुजाता और प्रगति का एकमात्र भाई अभिनव करीब दो साल पहले लापता हो गया था, जिसकी खोज आज भी जारी है। उसी घटना के बाद से परिवार गहरे दुख में था, लेकिन अब बेटियों की इस उपलब्धि से एक बार फिर घर में रौनक लौट आई है।
भावुक पिता देव सिंह ने कहा, “मैंने तकलीफें सही, लेकिन कभी बच्चों की पढ़ाई नहीं रोकी। आज बेटियों ने मुझे गर्व का मौका दिया है। मेरी एक और बेटी है, उसे भी पढ़ा-लिखाकर इसी मुकाम तक पहुंचाना चाहता हूं।”