अंबेडकरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का भारत न सिर्फ विकास की राह पर तेजी से अग्रसर है, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व भी कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को एक नई पहचान मिल रही है, जिसमें तरक्की और परंपरा का संतुलन स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में सरकार ने जनता के लिए लगातार नई योजनाएं और कार्य आरंभ किए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह बात सोमवार को अंबेडकरनगर जिले की शिव बाबा धाम तपोस्थली में एक कार्यक्रम के दौरान कही। इस अवसर पर उन्होंने कृषक दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत प्रदेश के 11,690 किसानों को कुल 561 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का वितरण किया। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना के अंतर्गत 1050 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है, जिससे किसानों को किसी भी आपदा में सहायता मिल सके।
पुलिस भर्ती में पारदर्शिता और बेटियों को अवसर
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में नौकरियों में भ्रष्टाचार और सिफारिश का बोलबाला था, लेकिन अब योग्यता के आधार पर भर्ती की जा रही है। पुलिस विभाग में हाल ही में 60,244 युवाओं की नियुक्ति इसका उदाहरण है, जिनमें 12,045 बेटियां भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह सब बिना किसी भेदभाव और शोषण के संभव हुआ है।
राजस्व मामलों में समयबद्ध समाधान
राजस्व संबंधित विवादों में तेजी से निपटारे की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मामलों के समाधान के लिए समय-सीमा तय कर दी गई है। सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक बेटी और व्यापारी सुरक्षित महसूस करे। यदि कोई व्यक्ति उनकी सुरक्षा को खतरे में डालेगा, तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश की बदली छवि
सीएम योगी ने कहा कि कभी उत्तर प्रदेश की पहचान दंगों और अराजकता से होती थी और राज्य को बीमारू की श्रेणी में रखा जाता था। लेकिन बीते आठ वर्षों में प्रदेश को दंगा मुक्त बनाकर आर्थिक रूप से सशक्त राज्यों में शामिल किया गया है। आज उत्तर प्रदेश देश के विकास इंजन के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल केवल परिवारवाद और जातिवाद के आधार पर सत्ता में आते हैं और सत्ता प्राप्त होते ही अव्यवस्था फैलाते हैं। वहीं, मौजूदा सरकार जनता की भलाई और पारदर्शी प्रशासन के लिए कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक और नियुक्ति पत्र सौंपे। साथ ही 1184 करोड़ रुपये की लागत से जुड़ी कुल 194 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया गया।