उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक मासूम बच्ची की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। थाना नारखी क्षेत्र में गर्मी की छुट्टियों में ननिहाल आई आठ वर्षीय बच्ची का शव उसके ही घर के पास एक मकान में बोरे में बंद मिला। पुलिस ने हत्या के इस मामले में एक युवक सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है।
मंगलवार शाम से लापता थी बच्ची, बुधवार को मिला शव
बच्ची मंगलवार शाम से लापता थी। परिजनों ने जब उसे आसपास खोजने के बाद भी नहीं पाया, तो पुलिस को सूचना दी। बुधवार शाम पुलिस को शव बोरे में बंद उसी इलाके के एक मकान में मिला। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बच्ची की गला दबाकर हत्या की गई है। दुष्कर्म की आशंका भी जताई जा रही है, जिसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट किया जाएगा।
आरोपी ने पूछताछ में कबूला जुर्म
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची से एक युवक ने चाऊमीन लाने के लिए पैसे दिए थे। परिजनों की सूचना पर जब पुलिस ने पास ही ठेले वाले से पूछताछ की, तो पुष्टि हुई कि बच्ची 100 रुपये लेकर चाऊमीन लेने गई थी। संदेह के आधार पर युवक कौशल को हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हत्या की बात स्वीकार की और शव को बोरे में छिपाने की जानकारी दी।
शव घर के भीतर ईंटों के ढेर में मिला
पुलिस जब आरोपी के बताए स्थान पर पहुंची और मकान का ताला तोड़ा, तो दो कमरे के घर के एक हिस्से में ईंटों के ढेर के पीछे बोरे में बच्ची का शव बरामद हुआ। आरोपी ने शव को दीवार के सहारे बनी ईंट की आड़ में छिपा रखा था। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है।
गर्मी की छुट्टी में आई थी ननिहाल
मृत बच्ची मूल रूप से हाथरस जिले के थाना क्षेत्र हाथरस जंक्शन के एक गांव की रहने वाली थी। वह 27 मई को गर्मियों की छुट्टियों में अपने मामा के घर नारखी आई थी। बताया गया है कि वह मंगलवार को घर के सामने खेल रही थी, तभी लापता हो गई।
आरोपी हाल ही में जेल से छूटकर आया था
आरोपी कौशल दो महीने पहले ही चोरी के एक मामले में जेल से छूटकर बाहर आया था। वह नशे का आदी भी बताया जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन अलग-अलग टीमें गठित कर जांच तेज कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि बच्ची की हत्या के मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मृतका के मामा की ओर से पुलिस को तहरीर सौंप दी गई है। समाचार लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था।