केडीए से तंग आकर नागरिक ने रिश्वत के लिए काटा चेक, डीएम से लगाई गुहार

कानपुर में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) से जुड़े एक अनोखे मामले ने सबका ध्यान खींचा है, जहां एक नागरिक ने अधिकारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए 30 हजार रुपये का चेक डीएम को सौंप दिया। इस घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी गई है और यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

हेमंत विहार निवासी नीरज गुप्ता ने 7 जून 2024 को केडीए के एकल विंडो सिस्टम के तहत एक भवन की फ्री होल्ड रजिस्ट्री और निबंधन के लिए आवेदन किया था। उनका कहना है कि वे पिछले एक वर्ष से लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। नीरज ने दावा किया कि कानूनी राय में भी यह स्पष्ट किया जा चुका है कि उनके नाम रजिस्ट्री में कोई बाधा नहीं है।

डीएम से की शिकायत, रिश्वत मांगने का लगाया आरोप

नीरज का आरोप है कि उन्हें केडीए के एक ओएसडी बार-बार बुलाकर काम को टालते रहे और अप्रत्यक्ष रूप से 30 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की गई। इस व्यवहार से तंग आकर उन्होंने डीएम को एक प्रार्थना पत्र सौंपा और शिकायत दर्ज कराई।

रिश्वत के तौर पर सौंपा 30 हजार का चेक

शुक्रवार को नीरज गुप्ता ने संबंधित ओएसडी के नाम एक 30 हजार रुपये का चेक बनाकर अर्जी के साथ डीएम कार्यालय में जमा किया और निवेदन किया कि यह राशि अधिकारी को देकर उनका लंबित कार्य निपटा दिया जाए। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने शिकायत को केडीए के उपाध्यक्ष के पास जांच के लिए भेजा है और एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

फिलहाल इस असामान्य मामले ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध नई बहस छेड़ दी है और आगे की कार्रवाई को लेकर शहरवासियों की निगाहें अब रिपोर्ट पर टिकी हैं।

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