समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां ने नवाब परिवार पर जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि आजकल नवाब परिवार की पद-स्थिति कमजोर हो गई है और अब किसी का उनसे खास लेना-देना नहीं रहा। आजम के अनुसार परिवार के सदस्य कई पार्टियों में बिखरे हुए हैं — एक भाजपा में, एक कांग्रेस में और कुछ दूसरी पार्टियों में — जिस वजह से उनकी सियासी एकता टूट चुकी है।

आजम ने परिवार के राजनीतिक असर पर भी सवाल उठाए और कहा कि उनके पिता से लेकर बेटों तक का राजनीतिक प्रभाव कम पड़ गया है; उनके पिता को उनके मुकाबले महज ढाई सौ वोट मिले थे और कई की जमानत जब्त कराई जा चुकी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनका किसी से वैयक्तिक दुश्मनाना रवैया नहीं है और उनकी कलम से किसी का अहित नहीं हुआ। "अगर मेरा कोई दुश्मन है तो वह मेरी जान तक ले सकता है — ऊपर वाला ही बचाने वाला है," उन्होंने कहा।

बिहार चुनावों को लेकर आजम का मानना है कि चुनाव के बाद वैमनस्य कम होंगे और सियासत में तनाव घटेगा। उन्होंने अपने राजनीतिक रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा कि किसी ने भी एक ही क्षेत्र से बार-बार चुने जाने जैसा लगातार प्रभाव स्थापित नहीं किया होगा। अंत में उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से कहा कि "अगर मैं हाईवे पर गाड़ी रोक दूँ तो ट्रैफिक रुक जाता है" — यह बयान उनकी राजनीतिक मौजूदगी और प्रभाव का इशारा बताता है।