कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सहारनपुर देहात से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक आशु मलिक के बीच की जुबानी जंग तेज होती जा रही है। मंगलवार को सपा विधायक ने प्रेस कांफ्रेंस करके सांसद को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि अगर सांसद को कोई गलतफहमी है तो वे इस्तीफा देकर चुनावी मैदान में आकर दिखाएं, और जनता उन्हें अपना फैसला देगी। साथ ही, उन्होंने सांसद को भाजपा का ‘स्लीपर सेल’ भी करार दिया।
आशु मलिक की खुली चुनौती
सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आशु मलिक ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद यह मान चुके हैं कि उनकी पार्टी के कुछ नेता भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। मसूद के बारे में उन्होंने आरोप लगाया कि वे पीडीए (पार्टी-ऑफ-डेमोक्रेटिक एलायंस) की लड़ाई को कमजोर कर रहे हैं। अगर कोई गलतफहमी है, तो सांसद इस्तीफा दें और चुनावी मैदान में आएं। इस पर विधायक ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि किसी को अपना राजनीतिक भविष्य खत्म करना हो तो शहर में दो लोग हैं, उनसे मिल लें। विधायक ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दी जाएगी।
विकास कार्यों को लेकर मसूद पर निशाना
विधायक ने आगे कहा कि महानगर में 32 आउटर कॉलोनियों में 100 करोड़ रुपये से विकास कार्य किए गए हैं, जिसमें सांसद का घर भी शामिल है। उन्होंने विधानसभा में कई बार इन कॉलोनियों की समस्याओं को उठाया था। इसके अलावा, उन्होंने कैंसर से हुई मौतों का भी जिक्र किया और कहा कि स्वास्थ्य शिविरों में केवल खानापूर्ति हो रही थी। जब सांसद इमरान इन कार्यों का श्रेय लेने पहुंचे थे, तब उन्होंने विशेषज्ञ डॉक्टरों की मांग की थी।
इमरान मसूद का पलटवार
इस जुबानी जंग के बारे में जब इमरान मसूद से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इन प्रेस कांफ्रेंस से कोई फर्क नहीं पड़ता। वे अपना काम जनता की सेवा करना समझते हैं, न कि ऐसे लोगों का जवाब देना। मसूद ने कहा कि जब अखिलेश यादव खुद प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, तब वे जवाब देंगे।
कैसे शुरू हुआ विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब पिछले सप्ताह एक वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें सांसद मसूद यह कह रहे थे कि अगर विधायक आशु मलिक वहां नहीं होंगे तो स्वास्थ्य शिविर नहीं लगेगा। इसके बाद विधायक ने प्रतिक्रिया दी और तभी से दोनों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।