उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जैसे-जैसे मथुरा में प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रही है, वैसे-वैसे ब्रज क्षेत्र के लोग इसके खिलाफ विरोध जताते नज़र आ रहे हैं। सोमवार को ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गेट नंबर एक के बाहर बड़ी संख्या में ब्रजवासियों ने एकत्र होकर सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाज़ी की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि यहां कोई कॉरिडोर बनाया गया, तो ब्रज क्षेत्र की पारंपरिक गलियों और धार्मिक स्वरूप को भारी नुकसान होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें किसी प्रकार के कॉरिडोर की आवश्यकता नहीं है।
कॉरिडोर के खिलाफ तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोग एकजुट
सरकार काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर बांके बिहारी कॉरिडोर तैयार करना चाहती है। इस दिशा में कुछ दिन पहले मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी और परियोजना को जल्द शुरू करने की मांग की थी। इसी को लेकर ब्रजवासी फिर से नाराज़ हो गए हैं और उन्होंने मंदिर परिसर के बाहर विरोध जताया।
हेमा मालिनी को भी विरोध का सामना
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ भी जमकर नारे लगाए। स्थानीय लोगों का कहना था कि यह परियोजना जबरन थोपी जा रही है और यह ब्रज की आत्मा को चोट पहुंचाएगी।
ब्रजवासियों ने जताई नाराज़गी
प्रदर्शन में शामिल दीपक पराशर समेत कई ब्रजवासियों ने बताया कि भीड़ नियंत्रण के लिए पहले से ही संसाधन मौजूद हैं, कॉरिडोर की कोई ज़रूरत नहीं है। उनका आरोप है कि प्रशासन बिना स्थानीय लोगों की राय लिए मनमानी कर रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान कई लोग हाथों में तख्तियां लिए दिखे, जिन पर कॉरिडोर के खिलाफ नारों को लिखा गया था।