मथुरा के गोवर्धन क्षेत्र में आयोजित हो रहे प्रसिद्ध मुड़िया पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं की आमद लगातार बढ़ रही है। एकादशी के दिन से भीड़ और अधिक बढ़ने की संभावना है, जबकि श्रद्धा का यह पर्व 11 जुलाई तक चलेगा। गिरिराज महाराज की जय-जयकार के बीच आस्था का यह विशाल आयोजन पूरे ब्रज मंडल में धार्मिक उत्साह का केंद्र बन गया है।
धार्मिक स्थलों पर उमड़ी आस्था
इस पावन अवसर पर गिरिराज पर्वत, मानसी गंगा, राधा कुंड, श्याम कुंड, कुसुम सरोवर और गोविंद कुंड जैसे पौराणिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। माना जा रहा है कि इस बार दो करोड़ से अधिक श्रद्धालु गोवर्धन परिक्रमा करने पहुंच सकते हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुंडों और सरोवरों के किनारे बैरिकेडिंग की गई है।
प्लास्टिक पर सख्ती, डीएम ने लगाई फटकार
डीएम सीपी सिंह ने शनिवार को एसएसपी श्लोक कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक प्याऊ पर प्लास्टिक के गिलास का प्रयोग होते देख डीएम ने नाराजगी जताते हुए संचालक को फटकार लगाई और सभी सेवा शिविरों को निर्देशित किया कि वे पर्यावरण अनुकूल व्यवस्था अपनाएं।
ड्रोन से निगरानी, दंडवती पर रोक
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की है। सीओ गोवर्धन अनिल कुमार सिंह ने शनिवार को ड्रोन उड़ाकर इसकी शुरुआत की। वहीं, डीएम ने दंडवत परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे कुछ दिन इस परंपरा से विराम लें, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।
रेलवे स्टेशन पर बढ़ी भीड़, विशेष ट्रेनों का संचालन
मुड़िया मेले के चलते मथुरा जंक्शन पर श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। शनिवार को प्लेटफॉर्म व सर्कुलेटिंग क्षेत्रों में भीड़ दिखाई दी। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने पांच मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है, जिनमें झांसी के लिए तीन, कासगंज और अलवर के लिए एक-एक ट्रेन चलाई गई है। रेलवे कर्मियों द्वारा लाउड हैलर के माध्यम से लगातार दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।
सुरक्षा बलों को सौम्य व्यवहार के निर्देश
एसपी रेलवे अभिषेक वर्मा और आरपीएफ कमांडेंट राजमोहन ने सुरक्षा व्यवस्था में लगे अधिकारियों और जवानों को निर्देश दिए कि वे श्रद्धालुओं से विनम्र व्यवहार करें। साथ ही, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें और स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करें। स्टेशन निदेशक एनपी सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या के अनुसार मेला स्पेशल ट्रेनों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।