इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने ऑपरेशन सिंदूर को पहलगाम में मिले जख्मों पर मरहम करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से इलाज नहीं है, लेकिन आतंकवाद और उसके समर्थकों के खात्मे के लिए सेना का कदम सराहनीय है। मौलाना ने सेना की वीरता पर गर्व जताते हुए कहा कि देश का हर नागरिक आज सेना को सलाम कर रहा है।
मौलाना ने कहा कि यह कार्रवाई यहीं रुकनी नहीं चाहिए। आजादी के वक्त की गई गलती को सुधारने का यह सही समय है, ताकि पाक अधिकृत कश्मीर ही नहीं, बल्कि पूरा पाकिस्तान भारत का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का निर्माण धर्म से नहीं, बल्कि राजनीति से जुड़ा मसला था।
बेगुनाहों की हत्या की इजाजत नहीं: मौलाना
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि शरीयत किसी भी निर्दोष की हत्या को जायज नहीं ठहराती। पहलगाम में जो हुआ, वह आतंकवाद था और इसका इस्लाम से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि अखंड भारत का सपना साकार करने का यह उचित समय है।
धरने पर पुनर्विचार
मौलाना ने पहले 11 मई को धरने का ऐलान किया था, लेकिन सेना की कार्रवाई के बाद इस पर पुनर्विचार की बात कही। आईएमसी के मुनीर इदरीसी ने बताया कि देशहित में सेना जो कर रही है, वह सही है, इसलिए प्रस्तावित धरना प्रदर्शन पर दोबारा विचार किया जाएगा।