मुजफ्फरनगर। सावन मास की कांवड़ यात्रा और मोहर्रम की तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। दोनों धार्मिक पर्वों को शांति और सुव्यवस्था के साथ सम्पन्न कराने के लिए जिले को नौ सुपर जोन, 18 जोन और 88 सेक्टर में विभाजित किया गया है। कांवड़ मार्ग के हरिद्वार बार्डर क्षेत्र से लेकर पुरकाजी, मंसूरपुर-खतौली, शिव चौक, शामली रोड सहित कांवड़ नहर मार्ग तक कुल 1543 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही पथ प्रकाश और बेरिकेटिंग का भी काम जारी है। डीएम और एसएसपी के निर्देश पर तीन स्तरों पर व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए अधिकारियों की विशेष टीम गठित की गई है।
आगामी कांवड़ यात्रा और मोहर्रम पर्व को जिले में सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी संजय कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को जिला पंचायत सभागार में धार्मिक गुरु और समाज के सम्मानित लोगों के साथ बैठक हुई। दोनों अधिकारियों ने सभी से एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने और शांति बनाए रखने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी किसी भी घटना की तुरंत पुलिस को सूचना देने को कहा गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल, यातायात एसपी अतुल कुमार चौबे, अपर जिला अधिकारी प्रशासन संजय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश राठौर भी मौजूद थे।
सावन मास, जो भगवान शिव का पवित्र महीना माना जाता है, 10 जुलाई से शुरू हो रहा है। 11 जुलाई से कांवड़ यात्रियों का आगमन शुरू होगा, हालांकि दूर-दराज से हरिद्वार से गंगाजल लेकर आने वाले कांवड़ियों की आवाजाही पहले ही शुरू हो चुकी है। तैयारियों की समीक्षा के लिए तीन अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि प्रथम स्तर पर थानाध्यक्ष, ईओ और सिटी मजिस्ट्रेट जिम्मेदार होंगे, दूसरे स्तर पर एसडीएम और सीओ, जबकि तीसरे स्तर पर एडीएम, एसपी सिटी और एसपी देहात व्यवस्थाओं की जांच करेंगे।
कांवड़ यात्रा को सफल बनाने के लिए तीन कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे—पहला शिव चौक, दूसरा पुरकाजी-छपार के बीच उत्तराखंड-यूपी सीमा पर भूराहेड़ी में और तीसरा हरिद्वार में स्थित होगा, जहां से पूरी निगरानी की जाएगी, इसकी जानकारी एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने दी।
कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा कड़ी रखने के लिए मार्ग पर शराब की दुकानों को बंद रखा जाएगा और सभी धार्मिक स्थलों व प्रतिष्ठानों की पहचान कर उनका उचित प्रबंधन किया जाएगा। इसके अलावा, अतिरिक्त पुलिस बल की भी मांग की गई है, जिसमें 800 सिपाही, 60 इंस्पेक्टर, 200 सब इंस्पेक्टर, एटीएस और पीएसी की तीन कंपनियां शामिल हैं।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि 10-11 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान ड्रोन कैमरों से भी सतत निगरानी की जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने मोहर्रम जुलूस के दौरान निर्धारित मार्गों का पालन करने पर जोर दिया और कहा कि कोई नई परंपरा नहीं बनानी चाहिए। साथ ही उन्होंने बिजली, पानी, सफाई और सड़कों की मरम्मत को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने को कहा।
सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी। किसी भी ऐसी पोस्ट को साझा करने से बचें, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करे या भड़काऊ हो। किसी भी हिंसात्मक या कानून-विद्रोही गतिविधि में शामिल न हों और आगामी पर्वों को सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाएं।