मुजफ्फरनगर। सांसद और विधायक निधि में भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास से शिकायत की गई है। बघरा निवासी शिकायतकर्ता समाज सेवक राजवीर सिंह ने डीआरडीए के परियोजना निदेशक और लेखाकार पर भी गंभीर आरोप लगाए गए है। तत्कालीन सीडीओ संदीप भागिया ने इस मामले की जांच करने के निर्देश डीडीओ मत्स्यनाथ त्रिवेदी को दिए है। जबकि इन पर ही डीआरडीए परियोजना निदेशक का चार्ज है। जिसके खिलाफ शिकायत है उसकी को ही जांच अधिकारी बना दिया गया है। बघरा निवासी राजवीर सिंह ने ग्राम्य विकास प्रमुख सचिव को शिकायत करते हुए बताया कि डीआरडीए विभाग में सांसद और विधायक निधि को लेकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिसमें डीआरडीए परियोजना निदेशक और लेखाकार दोनों शामिल है। इनके द्वारा ठेकेदारों से कमीशन मांगा जाता है। यदि कोई ठेकेदार कमीशन नहीं देता है तो निर्माण कार्यों की स्वीकृति को रोक दिया जाता है। वहीं निधि की द्वितीय किश्त भी जारी नहीं की जाती है। शासन स्तर से इस मामले में जांच के आदेश आए है। तत्कालीन सीडीओ संदीप भागिया के द्वारा इस मामले की जांच डीडीओ मत्स्यनाथ त्रिवेदी को दी गई है। जबकि मत्स्यनाथ त्रिवेदी पर ही डीआरडीए परियोजना निदेशक का चार्ज है।
यह मामला मेरे से पूर्व का है और अभी मेरे संज्ञान में आया है। मैं इस मामले को दिखवा रहा हूं। जिस पर आरोप लगाए गए है यदि उसे ही जांच करने के निर्देश दिए गए है तो यह गलत है। – कंडारकर कमल किशोर देशभूषण, सीडीओ मुजफ्फरनगर
तत्कालीन सीडीओ संदीप भागिया ने डीडीओ को जांच करने के निर्देश दिए है। मैं ही डीडीओ हूं और मुझ पर डीआरडीए परियोजना निदेशक का भी चार्ज है।