मुजफ्फरनगर। नई मंडी थाने में हुए लाठीचार्ज के विरोध में भाकियू तोमर के कार्यकर्ताओं का आक्रोश बुधवार को शहर की सड़कों और कलक्ट्रेट परिसर में देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टरों के साथ कलक्ट्रेट में प्रवेश कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एडीएम प्रशासन संजय सिंह और सीओ सिटी राजकुमार साव ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की और आश्वासन दिया कि लाठीचार्ज की जांच एक माह के भीतर पूरी कर आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि मांगे नहीं मानी गईं तो 10 जुलाई को रामपुर तिराहे पर हाईवे जाम किया जाएगा।
19 जून को हुआ था पुलिस लाठीचार्ज
गौरतलब है कि 19 जून को नई मंडी थाना क्षेत्र में किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसी के विरोध में भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने 2 जुलाई को एसएसपी कार्यालय पर पंचायत का ऐलान किया था। पुलिस कार्यालय में स्थान कम होने के कारण बुधवार को पंचायत स्थल को कलेक्ट्रेट परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया।
किसानों की मांगें
संगठन ने नई मंडी थाना प्रभारी को हटाने, आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और भाकियू कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमों की वापसी की मांग की है। जिलाध्यक्ष निखिल चौधरी ने पुलिस पर किसानों के उत्पीड़न और दलालों के संरक्षण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि डायल-112 पर शिकायत के बावजूद पीड़ित को थाने बुलाकर समझौते का दबाव बनाया जाता है।
भाकियू तोमर ने पुलिस पर ओवरलोड वाहनों को संरक्षण देने और निष्पक्ष कार्रवाई न करने के आरोप भी लगाए।
प्रशासन ने दी जांच और कार्रवाई की आश्वस्ति
एडीएम प्रशासन और सीओ सिटी ने प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेकर बताया कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई तो उन्हें भी नहीं बख्शा जाएगा।
इस दौरान संगठन के प्रमुख कार्यकर्ता दीपक कुमार, पवन त्यागी, हारून चौधरी, हनी बालियान, सचिन चौधरी और इस्तकार अब्बासी सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।