मुजफ्फरनगर। फुगाना थाना पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी इंटरमीडिएट पास हैं और ऑल्टो कार से नकली नोटों की सप्लाई बुढ़ाना लेकर जा रहे थे। उनके पास से कुल 15 लाख 16 हजार रुपये के नकली नोट और नोट छापने वाले उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड अंकित अभी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों से आईबी और एलआईयू की भी पूछताछ की गई है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि फुगाना पुलिस को नकली नोट लेकर आ रहे दो युवकों की सूचना मिली थी। पुलिस ने चेकिंग के दौरान गौरव उर्फ जितन और अभय उर्फ तुषार को जीतपुर थाना दौराला मेरठ से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से नकली नोट और उपकरण भी मिले हैं।
एसएसपी के अनुसार, एक आरोपी गाड़ी चला रहा था जबकि दूसरा सीसीटीवी लगाता है। उनके पास से 500, 100 और 200 रुपये के नकली नोट एक बैग में बरामद हुए। गिरोह का मास्टरमाइंड अंकित, जो मेरठ का रहने वाला है, अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। ये गिरोह दिल्ली, यूपी सहित अन्य क्षेत्रों में नकली नोट सप्लाई करता था। पुलिस टीम को इस सफलता पर 15 हजार रुपये का इनाम दिया जा रहा है।
नकली नोटों की पहचान करते हुए एसएसपी ने बताया कि इन नोटों में इस्तेमाल किया गया कागज बहुत ही हल्का है। नोटों के वाटरमार्क और गुणवत्ता में भी काफी अंतर होता है। गांधी का मार्क नोट पर स्पष्ट नहीं दिखता, जिससे नकली नोट पहचाने जा सकते हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जो नकली नोट छापकर विभिन्न जगहों पर सप्लाई करता है और अवैध कमाई करता है। मास्टरमाइंड अंकित ने यह कार्य यू-ट्यूब से सीखकर आरोपियों को सिखाया था।
अदालत में बताया गया कि वे नकली नोटों को असली नोट के स्थान पर चार गुना ज्यादा देकर बाजार में वितरित करते थे। ये नोट मेरठ के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में किराए के मकान में छापे गए थे। कई बार वे बुढ़ाना में भी असली नोट के बदले नकली नोट देते थे। अंकित ने उन्हें बताया था कि बड़ी डील होने वाली है, जिसके बाद ये नकली नोट बुढ़ाना में सप्लाई करने जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
बरामद सामान:
- 15 लाख 16 हजार रुपये के नकली नोट
- एक ऑल्टो कार
- नकली नोट छापने के उपकरण