मुजफ्फरनगर। कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार और विधायक मिथलेश पाल के विरुद्ध लंबित मामलों की सुनवाई एमपी-एमएलए विशेष अदालत में निर्धारित तिथि पर नहीं हो सकी। दोनों मामलों में गवाहों की अनुपस्थिति के कारण कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई।
विधायक मिथलेश पाल के मामले की जड़ वर्ष 2019 में धनगर समुदाय को जाति प्रमाण पत्र दिलाने की मांग को लेकर हुए एक प्रदर्शन से जुड़ी है। यह प्रदर्शन जीआईसी मैदान में आयोजित हुआ था, जिस संबंध में थाना सिविल लाइन पुलिस ने विधायक समेत 14 व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इस प्रकरण की सुनवाई फिलहाल एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है, लेकिन गवाह पेश न होने के कारण सुनवाई टल गई।
दूसरी ओर, कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार पर वर्ष 2022 में खामपुर गांव में बिना अनुमति के सभा आयोजित करने का आरोप है, जिसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। इस मामले में भी गवाह अदालत में उपस्थित नहीं हुआ, जिससे सुनवाई नहीं हो सकी।
अदालत ने कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार के मामले की अगली सुनवाई के लिए 7 जुलाई, जबकि विधायक मिथलेश पाल के केस की अगली तारीख 10 सितंबर निर्धारित की है।