मुजफ्फरनगर। खतौली क्षेत्र के तिराहे पर शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में मां और उसके तीन वर्षीय बेटे की जान चली गई, जबकि 11 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस वक्त हुआ जब शाहपुर से बुढ़ाना जा रहे एक ई-रिक्शा को सामने से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ई-रिक्शा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार सभी यात्री घायल हो गए।
हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग और दुकानदारों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को बुढ़ाना स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उमरपुर निवासी 25 वर्षीय चांदबीबी और उसके बेटे अली (3 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया।
घायलों में आरिफ (उमरपुर), इमरान और उनकी पत्नी नाजिया, वसीम और उनके परिजन – जुनैद, ईशान, शहनाज़, शाहनज़र (सभी शाहपुर निवासी), मुन्नी (थानाभवन, शामली), व ओमवती (कुरालसी) शामिल हैं। इनमें से सात लोगों की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया।
एंबुलेंस की कमी से तड़पते रहे घायल, परिजनों का फूटा गुस्सा
दुर्घटना के बाद जब घायलों को जिला अस्पताल ले जाने की बात आई, तो एंबुलेंस की कमी ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोल दी। डॉक्टरों द्वारा रेफर स्लिप दिए जाने के बाद भी घंटों तक सीएचसी पर एंबुलेंस नहीं पहुंचीं। केवल एक एंबुलेंस आने के बाद दो मरीजों को भेजा गया, लेकिन बाकी गंभीर घायलों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा।
बुढ़ाना निवासी महिला गुलिस्ता ने इस लापरवाही पर हंगामा किया। बार-बार अधिकारियों के कॉल करने के बाद भी जब कोई एंबुलेंस नहीं आई, तो मृतका के पति को निजी एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया। काफी देर बाद शाहपुर से एक और एंबुलेंस पहुंची, जिससे बाकी घायलों को भेजा गया।
प्रशासन ने लिया संज्ञान, ट्रक चालक गिरफ्तार
मौके पर पहुंचे सीओ गजेन्द्र पाल सिंह, तहसीलदार महेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार अमन सिंह, कोतवाली प्रभारी आनंद देव मिश्र और जनप्रतिनिधियों ने घायलों की स्थिति की जानकारी ली और परिजनों को सांत्वना दी। पुलिस ने मृतकों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
सीओ गजेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि हादसे के बाद फरार होने की कोशिश कर रहे ट्रक चालक को वाहन समेत पकड़ लिया गया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।