इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी नवविवाहिता पत्नी सोनम द्वारा हनीमून ट्रिप के दौरान कराई गई। यह घटना कानूनी दृष्टि से अत्यंत गंभीर अपराध है, लेकिन इससे अधिक चिंता की बात यह है कि हमारे युवा किस दिशा में जा रहे हैं। अवैध संबंधों की शुरुआत कई कारणों से होती है – जैसे अपनी संस्कृति की समझ का अभाव और सही मार्गदर्शन की कमी।
हिंदू धर्म में अवैध संबंधों को पाप की श्रेणी में रखा गया है। इसे न केवल धार्मिक विश्वासघात बल्कि पारिवारिक ताने-बाने को तोड़ने वाला कृत्य माना गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति मर्यादा का उल्लंघन कर परस्त्री या परपुरुष से संबंध बनाता है, उसके लिए यमराज ने कठोर दंड का विधान किया है।
राजा रघुवंशी की सोनम से शादी 11 मई 2025 को हुई थी, और 20 मई को दोनों हनीमून के लिए शिलांग (मेघालय) गए थे। 23 मई को परिवार से उनका अंतिम संपर्क हुआ। इसके बाद दोनों के मोबाइल बंद हो गए और परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस को उनकी किराए की स्कूटी लावारिस हालत में मिली। 2 जून को एक गहरी खाई में राजा रघुवंशी का सड़ा-गला शव बरामद हुआ, जिसके बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया। सोनम का कोई सुराग नहीं था, जिससे परिवार को अपहरण और मानव तस्करी तक की आशंका हुई।
मेघालय के डीजीपी आई. नोंगरांग ने 9 जून को बताया कि राजा की हत्या सोनम द्वारा सुपारी देकर कराई गई थी। सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया, जबकि अन्य तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
राजा की पत्नी सोनम जैसी मानसिकता रखने वाले व्यक्तियों के लिए केवल एक ही बात महत्वपूर्ण होती है – अपनी राह के रोड़े कैसे हटाएं। ऐसे मामलों में माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अवैध संबंधों के दुष्परिणाम समझाएं। यदि कोई युवा इस मानसिक स्थिति से बाहर नहीं निकल पा रहा है, तो मनोचिकित्सक से परामर्श लेना उचित है।
युवाओं को विवाहेतर संबंधों से बाहर निकलने के लिए ऐसे मित्रों से सभी प्रकार की बातचीत पूरी तरह बंद कर देनी चाहिए, अन्यथा इसका परिणाम परिवार और जीवन की बर्बादी के रूप में सामने आता है।
भारतीय समाज में अवैध संबंध, जो सामाजिक और कानूनी मान्यता नहीं रखते, युवाओं के लिए गंभीर संकट बनते जा रहे हैं। ये संबंध उन्हें हत्या जैसे जघन्य अपराधों की ओर ले जा रहे हैं, और सजा मिलने पर उनका जीवन नरक जैसा बन जाता है।
अशोक बालियान, चेयरमैन, पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन