मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में साइबर क्राइम शाखा ने एक बड़े ऑनलाइन ठगी रैकेट का खुलासा किया है। सोशल मीडिया पर सस्ते दामों पर फल और सब्जियां बेचने का झांसा देकर देशभर में लाखों रुपये की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई बैंकों की पासबुक, 9 सिम कार्ड, तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए, खतौली थाना क्षेत्र के दिल्ली-देहरादून हाईवे से बाइक सवार दो युवकों – अहमद नवाज और अमन – को पकड़ा गया। पूछताछ में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी कंपनी के नाम से पेज बनाकर ऑनलाइन व्यापारियों को ठगने की बात कबूल की है।
सोशल मीडिया बना ठगी का हथियार
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पहले वास्तविक रूप से सब्जी-फल का व्यापार करते थे और इसी दौरान महाराष्ट्र यात्रा के दौरान उन्हें यह विचार आया कि सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी ट्रेडिंग कंपनी बनाकर बिना माल भेजे भी पैसा कमाया जा सकता है। इस योजना को अंजाम देते हुए उन्होंने गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, त्रिपुरा और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में व्यापारियों से करीब 40 लाख रुपये की ठगी की।
ठगी के पैसे से मकान-गाड़ी की खरीद
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि ठगी से हासिल रकम को वे मकान, वाहन और पुराने कर्ज चुकाने में इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने जब्त सामान और डिजिटल ट्रांजैक्शन की गहन जांच शुरू कर दी है।
सिर्फ आठवीं पास, मगर शातिर दिमाग
एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी महज आठवीं कक्षा तक पढ़े हैं और वर्ष 2020 से ठगी के इस नेटवर्क को संचालित कर रहे थे। महाराष्ट्र में इनके खिलाफ पहले से ही मुकदमा दर्ज है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इनकी ठगी के लेनदेन कई राज्यों से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।