मुज़फ्फरनगर: शहर कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो खुद को एसओजी (विशेष कार्यबल) का सिपाही बताकर महिलाओं और युवतियों को अपने जाल में फंसाता था। आरोपी के पास से पुलिस की वर्दी और अन्य उपकरण बरामद हुए हैं, जिन्हें वह वर्दीधारी बनकर ठगी और शारीरिक शोषण के लिए उपयोग करता था।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपी की पहचान नौशाद त्यागी उर्फ रिक्की उर्फ राहुल त्यागी के रूप में हुई है, जो चरथावल क्षेत्र का निवासी है। उसे चरथावल रोड के निकट न्याजूपुरा मोड़ से गिरफ्तार किया गया।
वर्दी और पुलिस बैज के साथ पकड़ा गया
पुलिस ने आरोपी के बैग से सिपाही की वर्दी, सीटी डोरी, उत्तर प्रदेश पुलिस का बैच, बेल्ट, नेम प्लेट और पुलिस कैप बरामद की। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह लोकसभा चुनाव के दौरान एक परिचित सिपाही के साथ गया था, जिसने गलती से वर्दी उसके बैग में छोड़ दी थी। इसी वर्दी का उपयोग कर वह तीन वर्षों से लोगों को धोखा दे रहा था।
देश के कई राज्यों में महिलाओं को बनाया निशाना
आरोपी ने असम, बुलंदशहर, संभल, दिल्ली, मेघालय, गाज़ियाबाद, मथुरा सहित कई स्थानों पर करीब 20 युवतियों और 10 महिलाओं को फर्जी सिपाही बनकर अपना शिकार बनाया। वह विशेष रूप से विधवा या तलाकशुदा महिलाओं को निशाना बनाता था।
फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वह फर्जी पहचान के साथ महिलाओं से दोस्ती करता, शादी का झांसा देता और फिर आर्थिक और मानसिक शोषण करता था। उसके मोबाइल फोन से कई महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो बरामद हुई हैं।
पुलिस छवि का करता था दुरुपयोग
आरोपी ने कुछ पुलिसकर्मियों से दोस्ती कर उनके साथ मेलजोल बढ़ाया। वह ठगी से प्राप्त राशि से दावतें देता, ताकि आम लोग उसे भी पुलिसकर्मी समझें और उस पर शक न करें।
स्थानीय महिला से प्रेमजाल और लाखों की ठगी
शहर की एक विधवा महिला, जो किराना दुकान चलाती हैं, को आरोपी ने ग्राहक बनकर अपने प्रेम जाल में फंसाया। उसने महिला को अपना नाम राहुल त्यागी बताया और शारीरिक संबंध बनाने के साथ करीब पौने तीन लाख रुपये नकद और तीन लाख रुपये से अधिक के गहने हड़प लिए। जब आरोपी ने शादी से इनकार किया, तो पीड़िता ने पुलिस में मामला दर्ज कराया। जांच में सामने आया कि आरोपी न केवल धोखेबाज़ है, बल्कि पुलिस की वर्दी का फर्जी इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति भी है।