दिल्ली-दून कांवड़ मार्ग पर स्थित पंडित वैष्णो ढाबा को संचालकों व कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने के बाद फिलहाल बंद कर दिया गया है। गुरुवार को ढाबे पर ताला लटका दिखा और पहुंचे ग्राहकों को निराश होकर लौटना पड़ा।
संयुक्त हिंदू मोर्चा के आह्वान पर शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने हाईवे के कई ढाबों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मालिकों के आधार कार्ड, ढाबों के साइन बोर्ड और स्कैनर की जांच की। कार्यकर्ताओं ने ढाबा संचालकों से स्पष्ट कहा कि वे केवल अपनी वास्तविक पहचान के अनुरूप नामपट्ट ही लगाएं।
संत यशवीर महाराज से जुड़े विवाद ने पकड़ा तूल
योग साधना आश्रम बघरा के पीठाधीश्वर यशवीर महाराज ने ढाबे के प्रबंधक धर्मेंद्र भारद्वाज के साथ कथित मारपीट के मामले को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष उठाया था। इसके बाद ढाबा संचालक सहित पांच व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस मुद्दे को लेकर हिंदू संयुक्त मोर्चा ने पुलिस को आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।
शिव सेना ने कई ढाबों की की जांच
हाईवे पर शिव सेना के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने वैशाली ढाबा, वैशाली पंजाबी ढाबा, श्री श्याम ढाबा, शिव शक्ति भोजनालय समेत अन्य प्रतिष्ठानों पर पहुंचकर दस्तावेजों की जांच की। इस दौरान डॉक्टर योगेंद्र शर्मा, लोकेश सैनी, राजेश कश्यप, रेनू चौधरी, जितेंद्र गोस्वामी, राजकुमार सैनी और अनिल शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।
घटनाक्रम का क्रमवार विवरण
- 28 जून: यशवीर महाराज ने कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया, पंडित वैष्णो ढाबे पर विवाद।
- 29 जून: ढाबा कर्मचारी ने कपड़े उतरवाने की कोशिश का आरोप लगाया।
- 30 जून: मैनेजर धर्मेंद्र शर्मा से मारपीट, यशवीर महाराज एसएसपी कार्यालय पहुंचे।
- 1 जुलाई: नई मंडी कोतवाली पुलिस ने छह हिंदू संगठन कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किए।
- 2 जुलाई: नोटिस के जवाब में यशवीर महाराज ने आंदोलन की चेतावनी दी।
- 3 जुलाई: ढाबा मालिक व अन्य चार के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।