मुज़फ्फरनगर। रविवार सुबह हुई तेज बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दिलाई, वहीं नगर में जल निकासी की लचर व्यवस्था की भी पोल खोल दी। बारिश के चलते शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया, जिससे राहगीरों और दुकानदारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, दोपहर में तेज धूप निकलने से उमस और गर्मी फिर से बढ़ गई।
सुबह लगभग साढ़े आठ बजे से शुरू हुई बारिश कुछ ही देर में झमाझम में बदल गई, जिससे तापमान में गिरावट तो दर्ज हुई, लेकिन साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था की हकीकत भी सामने आ गई। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि बारिश 13.6 मिमी रही।
बारिश के कारण शिव चौक, एसडी मार्केट, रूड़की रोड, टाउन हॉल रोड, सदर बाजार, रामपुरी, जनकपुरी, एकता विहार, मदीना कॉलोनी, प्रेमपुरी, गांधी कॉलोनी, कूकड़ा रोड और भोपा रोड सहित कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। नालियों से पानी ओवरफ्लो होने के कारण सड़कें अस्थायी तालाब में तब्दील हो गईं। कीचड़ और पानी के बीच लोगों को आवाजाही करनी पड़ी, जबकि व्यापारियों को दुकानें संभालने में परेशानी हुई।
नगर पालिका द्वारा हर वर्ष किए जाने वाले सफाई और जल निकासी के दावों की सच्चाई इस एक बारिश ने उजागर कर दी।
बारिश के बाद निकली तेज धूप से गर्मी और बढ़ गई। सड़कों पर जमा पानी तो जल्दी सूख गया, लेकिन उमस ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दीं। पूरे दिन गर्मी और चिपचिपे मौसम का असर बना रहा।
इस बीच, बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान जरूर लौटाई है। लंबे समय से सूखे और तेज गर्मी के चलते फसलें मुरझा रही थीं। ट्यूबवेल से सिंचाई के बावजूद फसलें संकट में थीं, लेकिन इस बारिश से खेतों को नया जीवन मिला है। हालांकि, गांवों में कीचड़ बढ़ने से ग्रामीणों को आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।