मुज़फ्फरनगर। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और सामाजिक न्याय के सशक्त प्रवक्ता विश्वनाथ प्रताप सिंह की 94वीं जयंती के अवसर पर “वी. पी. सिंह विचार मंच” द्वारा नई मंडी स्थित आर्य समाज में यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई और एक विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदीश पांचाल और ठाकुर राजेंद्र सिंह पुंडीर ने की। इस अवसर पर राज ऋषि आर्य, मास्टर विजय सिंह, महेश विश्वकर्मा आर्य, रामरतन पांचाल, देशपाल पांचाल, डॉ. राय साहब, अंकित आर्य, अजय कुमार आर्य, यशवीर, सतबीर सिंह, अंकित कुमार सहित अनेक अनुयायियों ने भाग लिया।
वक्ताओं ने वी. पी. सिंह के राजनीतिक जीवन और उनके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री रहते हुए वी. पी. सिंह ने मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू कर देश के पिछड़े वर्गों को 27% आरक्षण का अधिकार दिलाया। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जैसे अहम पदों पर रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अनेक प्रभावी कदम उठाए।
मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने अपराध नियंत्रण के लिए व्यापक अभियान चलाया, जिसके तहत हजारों अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई। उनके सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और पारदर्शिता की मिसाल देखने को मिलती है — उन पर आज तक कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा।
वक्ताओं ने यह भी बताया कि वी. पी. सिंह ने विनोबा भावे के भूदान आंदोलन में भाग लेते हुए अपनी काफी ज़मीन गरीबों को दान कर दी थी। वे एक सच्चे समाजवादी, जनसेवक और सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित नेता थे।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने उनके सिद्धांतों और कार्यों को अपनाने का संकल्प लिया।