रामनगरी अयोध्या में मंगलवार को अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जिस ऑपरेशन को आतंक के खात्मे के लिए शुरू किया गया था, वह 24 घंटे में ही ठंडा पड़ गया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की तो ऐसा प्रतीत हुआ कि अब आतंकियों का सफाया होगा। लेकिन, वास्तविकता यह रही कि पाकिस्तान में एक भी आतंकवादी मारा नहीं गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर देश की बहनों को सिर्फ दिखावा दिखाया गया और उनका विश्वास तोड़ा गया।
सरकार को घेरते हुए मौर्य ने कहा कि जनता को भ्रमित करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार आतंक के खिलाफ सच्चाई से खड़ी होती, तो आतंकियों का पूरी तरह सफाया कर युद्ध समाप्त किया जाता, न कि बीच में ही पीछे हट जाया जाता।
उन्होंने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा कि देशवासियों और खासकर महिलाओं के साथ छल किया गया है। मौर्य ने कहा, “भाजपा का असली चेहरा अब जनता के सामने लाने का समय आ गया है। संविधान की रक्षा भी उतनी ही जरूरी है।”
“अगर 400 सीटें मिली होतीं तो संविधान बदल दिया जाता”
मौर्य ने दावा किया कि अगर बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीटें मिल जातीं, तो देश के संविधान को बदलने की कोशिश होती। उन्होंने अयोध्या की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा को बहुमत से रोका और उसे सहारे के सहारे चलने को मजबूर कर दिया।
वन नेशन-वन एजुकेशन की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “वन नेशन-वन इलेक्शन” के नारे पर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में देश को एकजुट करना है, तो सबसे पहले “वन नेशन-वन एजुकेशन” की शुरुआत होनी चाहिए। ताकि गांव-शहर, गरीब-अमीर हर वर्ग के बच्चों को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।