वाराणसी जिले की खेल प्रतिभा को न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है। चार ओलंपियन समेत अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन कर चुके कई खिलाड़ियों को सरकार ने सरकारी नौकरी देकर उनकी मेहनत और हुनर को सम्मानित किया है। अब तक जिले के 461 खिलाड़ी विभिन्न सरकारी सेवाओं में नियुक्त हो चुके हैं, जिनमें सर्वाधिक नियुक्तियां रेलवे और पुलिस विभाग में हुई हैं।
खेलों से संवरते सपने
यहां खेल महज एक गतिविधि नहीं, बल्कि युवाओं के लिए सपनों को साकार करने का एक मंच बन चुका है। हर खिलाड़ी का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए तिरंगे के नीचे पदक जीतना होता है। वाराणसी ने हॉकी में देश को मोहम्मद शाहिद, विवेक सिंह, राहुल सिंह और ललित उपाध्याय जैसे ओलंपियन दिए हैं।
हॉकी और बास्केटबॉल में काशी की पहचान
वाराणसी के खिलाड़ियों ने हॉकी, कुश्ती और बास्केटबॉल जैसे खेलों में जिले का नाम रौशन किया है। हॉकी में ओलंपियन रहे स्वर्गीय मोहम्मद शाहिद और विवेक सिंह के साथ राहुल सिंह, ललित उपाध्याय और महिला खिलाड़ी पूजा यादव को सरकारी सेवाएं प्राप्त हुई हैं। वहीं बास्केटबॉल में ‘सिंह सिस्टर्स’ के नाम से मशहूर प्रशांति सिंह नाडा में और दिव्या सिंह दूरसंचार विभाग में कोच की भूमिका निभा रही हैं।
कई खिलाड़ियों को विभिन्न विभागों में मिली नियुक्ति
बरेका में एथलेटिक्स के क्षेत्र में प्रियंका सिंह पटेल, संजय राय, रमेश यादव और रानी यादव को नियुक्ति मिली है। क्रिकेट में सुरेंद्र सिंह, अविनाश यादव, अभिनव वर्मा, आशीष यादव, विकास यादव और मृत्युंजय त्रिपाठी को नौकरी मिली है। कबड्डी में खुशी सिंह, जबकि फुटबॉल में मुश्ताक अली, नूर आलम, सम्सी रजा, नसीम अख्तर, विनोद कन्नौजिया, भैरव दत्त, अमरेंद्र आर्य, कमालुद्दीन, प्रवीण सिंह, नागेंद्र सिंह, सुनील सेठ, मोहम्मद रफी, फहीम अहमद और नईम अहमद जैसे खिलाड़ियों को भी नौकरी मिल चुकी है। कुश्ती के रविंद्र मिश्न, जूडो के जर्मन यादव, रामाश्रय यादव, विजय कुमार, और वेटलिफ्टिंग की स्वाती सिंह, पूनम यादव और कविता अग्रहरी को भी सरकारी नौकरी का अवसर मिला है।
प्रदेश का पहला जिला जिसके पास दो खेल स्टेडियम
वाराणसी प्रदेश का ऐसा पहला जिला है जहां खेल विभाग द्वारा संचालित दो स्टेडियम मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त बीएचयू का एंफीथियेटर, बरेका स्पोर्ट्स ग्राउंड और शिवपुर मिनी स्टेडियम जैसे स्थानों पर प्रतिदिन हजारों खिलाड़ी नियमित अभ्यास करते हैं, जिससे यहां खेल संस्कृति को नई ऊंचाइयां मिल रही हैं।