प्रयागराज के करछना क्षेत्र के भदेवरा गांव में सोमवार को उस समय तनाव फैल गया जब भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम खुलवाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। प्रदर्शनकारियों ने डायल 112 की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर पलट दिया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को हालात बिगड़ते देख पीछे हटना पड़ा। देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई और कई निजी वाहनों के साथ सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी, एसीपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास शुरू किए। जानकारी के अनुसार, कार्यकर्ता आजाद समाज पार्टी के प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद को सर्किट हाउस में नजरबंद किए जाने से नाराज थे। बताया गया कि वे कौशांबी जिले के लोहंदा गांव में एक पीड़ित परिवार से मिलने जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें अनुमति नहीं दी।
नैनी थाने की जीप और बसों में भी की गई तोड़फोड़
प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने नैनी थाना क्षेत्र की पुलिस जीप को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। कई प्राइवेट वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और परिवहन निगम की बसों पर भी पथराव हुआ। बड़ी संख्या में वाहन सड़क से हटाकर गड्ढों में फेंक दिए गए। आगजनी और पथराव की घटनाओं के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और दुकानों ने अपने शटर गिरा दिए।
इलाके में तैनात हुई भारी पुलिस फोर्स
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास के दर्जनभर थानों से पुलिस बल बुलाया गया। पीएसी की टुकड़ियों को भी मौके पर तैनात किया गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाया और जले हुए वाहनों को सड़क से हटाकर यातायात सामान्य करने की कोशिश की गई।
तीन हजार से अधिक कार्यकर्ता, एक घंटे से अधिक चला पथराव
करीब तीन हजार की संख्या में एकत्रित भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने एक घंटे से अधिक समय तक पथराव किया। इससे सड़क पर लंबा जाम लग गया। स्थिति तब नियंत्रित हो सकी जब डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव और बाद में अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है और क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।