संभल के चर्चित बवाल प्रकरण में एसआईटी ने मंगलवार को विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल से कोतवाली में लंबी पूछताछ की। करीब पांच घंटे चली इस पूछताछ में उन्हें 100 से ज्यादा सवालों का सामना करना पड़ा। जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अधिकतर प्रश्न 23 और 24 नवंबर को जामा मस्जिद पर उनकी मौजूदगी, सूचना के स्रोत, और उनके साथ मौजूद लोगों के बारे में थे।
सुहेल इकबाल ने पूछताछ के बाद खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्होंने जांच में पूरा सहयोग दिया है और आगे भी देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने मीडिया से यह भी कहा कि पूछताछ की जानकारी गोपनीय है और इस पर वह कुछ नहीं बोल सकते।
कानूनी टीम के साथ पहुंचे थे सुहेल, सभी सवालों के दिए जवाब
दोपहर 12 बजे शुरू हुई यह पूछताछ शाम करीब पांच बजे तक चली। इस दौरान उनके साथ कई अधिवक्ता भी कोतवाली परिसर में मौजूद रहे। पूछताछ के बाद बाहर निकले सुहेल इकबाल ने बताया कि यह कार्रवाई उनके और सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ दर्ज मुकदमे के सिलसिले में हुई है। पुलिस की ओर से मिले नोटिस के आधार पर वह स्वयं उपस्थित हुए थे।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने जानकारी दी कि विवेचक द्वारा की गई यह पूछताछ जांच को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है और आवश्यकता होने पर दोबारा बुलाया जा सकता है।
सांसद और अन्य आरोपियों से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
उक्त मामले में इससे पहले सांसद जियाउर्रहमान बर्क से भी एसआईटी पूछताछ कर चुकी है। वहीं, जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट को भी नामजद किया गया है, जिनकी गिरफ्तारी 23 मार्च को हुई थी और वह अब तक जेल में हैं। एफआईआर में सुहेल इकबाल और सांसद बर्क के अलावा करीब 800 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
क्या हैं आरोप?
24 नवंबर को जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के दौरान उत्पन्न तनाव के बाद हुई घटना में सांसद बर्क पर भड़काऊ भाषण देने और सुहेल इकबाल पर भीड़ को उकसाने के आरोप हैं। वहीं, मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष पर हिंसा की साजिश रचने और गुमराह करने वाले बयान देने का आरोप है।
एसपी संभल कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा:
“विवेचक द्वारा तामील कराए गए नोटिस के आधार पर सुहेल इकबाल से पूछताछ की गई है। इससे जांच को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।”