लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि गांवों में जनसमस्याओं के समाधान के लिए चौपालों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में सफाईकर्मियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि पंचायत सहायकों और सफाईकर्मियों की उपस्थिति अब आधार आधारित प्रणाली से दर्ज की जाएगी ताकि लापरवाही पर नजर रखी जा सके। बीते तीन महीनों के कार्यों की समीक्षा के आधार पर जिन मामलों में कोताही पाई जाएगी, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरक्षण नीति यथावत, परिसीमन पर भी नजर
पंचायत चुनावों को लेकर पूछे गए सवाल पर राजभर ने कहा कि आरक्षण नीति पूर्व निर्धारित नियमों के अनुसार ही लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि कुछ गांवों में बदलाव सामने आए हैं, जिन्हें सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। पंचायत क्षेत्रों का परिसीमन भी नए सिरे से किया जाएगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए ओपी राजभर ने कहा कि वे पीडीए की बात करते हैं, लेकिन उनकी नीतियां और व्यवहार मेल नहीं खाते। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में ब्राह्मणों को बुलाकर पूजा कराई, जबकि इटावा में ब्राह्मण और यादवों के बीच विवाद समाजवादी पार्टी की विरासत है। उन्होंने दावा किया कि 2027 में भी प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार दोबारा सत्ता में आएगी। साथ ही उन्होंने अखिलेश के पीडीए को ‘नकली’ करार देते हुए चुनौती दी कि अगर पीडीए असली है, तो सपा यह घोषित करे कि उनकी सरकार बनने पर मुख्यमंत्री मुसलमान होगा।