कौशांबी जिले में एक मुस्लिम युवती द्वारा हिंदू युवक से विवाह कर धर्म परिवर्तन किए जाने का मामला सामने आया है। यह मामला उस समय विवाद का रूप ले गया जब विवाह के बाद प्रेमी युगल तहसील में बयान दर्ज कराने पहुंचे।
बनपुकरा गांव निवासी युवती शिबा खान ने गरई गांव के निवासी रोहित कुमार से प्रेम विवाह किया। दोनों ने मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों से शादी की, जिसके बाद शिबा ने सनातन धर्म अपनाकर अपना नाम ‘कोमल’ रख लिया। सोमवार को यह जोड़ा सिराथू तहसील पहुंचा और मजिस्ट्रेट के समक्ष अपनी इच्छा से विवाह करने का बयान दर्ज कराया।
हालांकि, तहसील परिसर में युवती के परिजनों के विरोध के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया। मौके पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए, जिससे दोनों पक्षों में कहासुनी और विवाद की स्थिति बन गई।
मौके पर पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और सुरक्षा के बीच दोनों ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया। कोमल ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह और रोहित बालिग हैं और दोनों ने अपनी स्वेच्छा से विवाह किया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी प्रकार का कोई दबाव उन पर नहीं है।
प्रशासन ने युवती की उम्र और स्वेच्छा को ध्यान में रखते हुए उसे युवक के साथ भेजने का आदेश दिया। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष अवधेश नारायण, जिला सहमंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
घटना के बाद से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है, लेकिन यह मामला अंतरधार्मिक विवाहों को लेकर एक बार फिर सामाजिक सोच और स्वीकार्यता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।