गाजीपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनपद में विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि अब गाजीपुर माफिया मुक्त हो चुका है और तेज़ी से तरक्की की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना जल्द ही हकीकत का रूप लेगी। इसके साथ ही अंधऊ-चौकिया बाईपास को स्वीकृति दे दी गई है, जबकि कलेक्ट्रेट घाट से चीतनाथ घाट तक नया कॉरिडोर विकसित करने हेतु डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से संवाद करते हुए कहा कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण गाजीपुर ने एक समय पहचान का संकट भी झेला था, लेकिन अब यह जनपद आधुनिक ढांचे और नवाचार के साथ एक नई पहचान बना रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग 1100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि कई योजनाएं निर्माणाधीन हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को शक्तिनगर और गंगा एक्सप्रेसवे को मीरजापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली होते हुए गाजीपुर से जोड़ने पर कार्य चल रहा है। महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे अब गाजीपुर की नई पहचान बन चुके हैं। मेडिकल कॉलेज परिसर में नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी प्रगति पर है। हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन का कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है।
सीएम ने पुलिस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश भर में 60,244 युवाओं को अवसर मिला है, जिनमें गाजीपुर से 1534 युवक-युवतियों का चयन हुआ है। अंधऊ-चौकिया बाईपास की स्वीकृति से यातायात की प्रमुख समस्या का समाधान होगा और क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी।
इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग कॉलेज परिसर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को विकास कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि लंबित योजनाओं के लोकार्पण और नई परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए वह जल्द फिर से जनपद आएंगे।
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